टोकन लेने में किसानों के छूट रहे पसीने, दो किसान हुए बेहोश
मंडी में बाजरा बिक्री करने के लिए किसानों को एंट्री टोकन लेना होगा। जिसके लिए सैकड़ों किसान सुबह सात बजे अनाज मंडी में कंप्यूटर रूम के सामने कतारबद्ध हो गए। धक्का-मुक्की के चलते थनवास गांव के दो बुजुर्ग किसान बेहोश हो गए। जिससे आक्रोशित किसानों द्वारा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। कंप्यूटर रूप को कुंडी लगाकर किसान धरने पर बैठ गए। मंडी में पहुंचे नायन, थनवास, कमानिया, धोलेड़ा, मेघोत, लूजोता, गोठड़ी, नंगली, अकबरपुर, मोहनपुर के किसानों ने बताया कि सरकार किसान हितैषी होने का ¨ढढोरा पीट रही है। समर्थन मूल्यों में बढ़ोत्तरी करके स्वा
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी :
मंडी में बाजरा बिक्री करने के लिए किसानों को एंट्री टोकन लेना होगा। जिसके लिए सैकड़ों किसान सुबह सात बजे अनाज मंडी में कंप्यूटर रूम के सामने कतारबद्ध हो गए। धक्का-मुक्की के चलते थनवास गांव के दो बुजुर्ग किसान बेहोश हो गए। जिससे आक्रोशित किसानों द्वारा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। कंप्यूटर रूप को कुंडी लगाकर किसान धरने पर बैठ गए।
मंडी में पहुंचे नायन, थनवास, कमानिया, धोलेड़ा, मेघोत, लूजोता, गोठड़ी, नंगली, अकबरपुर, मोहनपुर के किसानों ने बताया कि सरकार किसान हितैषी होने का ¨ढढोरा पीट रही है। समर्थन मूल्यों में बढ़ोत्तरी करके स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करने का तर्क दिया गया। लेकिन धरातल पर किसानों की मंडी में एंट्री भी संभव नहीं हो रही। बिक्री की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई, जिसके मुताबिक किसानों को मेरी खेती मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद मंडी में ऑनलाइन एंट्री टोकन लेना होगा। इस टोकन को राजस्व विभाग का पटवारी वेरीफाइ करेगा। इसके बाद ही समर्थन मूल्यों पर खरीद हो पाएगी। मंडी में व्यवस्था सुचारू रहे, इसके लिए जिला उपायुक्त द्वारा शेड्यूल निर्धारित किया गया था। लेकिन पांच दिन बाद ही शेड्यूल को कै¨सल कर दिया गया। आदेशानुसार सभी गांवों के किसान अपनी सुविधानुसार कभी भी बाजरा बेच सकते हैं। जिससे मंडी में बाजरा बेचने वाले किसानों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई। शनिवार को मारामारी की स्थिति बनी रही, जिससे किसानों को परेशानी झेलनी पड़ी। ¨चतित किसान सोमवार को सुबह सात बजे ही कंप्यूटर रूम के सामने लाइन लगाकर खड़े हो गए। करीब 9.30 बजे दफ्तर खुला, इसी दौरान किसानों में भगदड़ मच गई। धक्का-मुक्की होने के कारण थनवास गांव के दो बुजुर्ग किसान बेहोश हो गए। मौजूद किसानों ने उन्हें छांव में लिटाया, ठंडा पानी पिलाने पर उन्हें होश आया। इसके बावजूद विभाग ने व्यवस्था में सुधार नहीं किया। मार्केट कमेटी के सचिव अशोक यादव ने बताया कि किसानों भीड़ होने के कारण एक कंप्यूटर से एंट्री टोकन काटना संभव नहीं हो रहा। विभाग को दो लोगिन आइडी मुहैया कराने के लिए ई-मेल भेज दी। मंगलवार को दो कंप्यूटर लगाने की पूरी कोशिश है।