बस ने मारी बाइक को टक्कर, चालक की मौत
जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़ : महेंद्रगढ़-नारनौल सड़क मार्ग पर जाटवास मोड़ के पास मंगलवार
जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़ : महेंद्रगढ़-नारनौल सड़क मार्ग पर जाटवास मोड़ के पास मंगलवार सुबह तेज गति से आ रही हिसार डिपो की एक बस ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इससे बाइक चालक की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद बस चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार जाटवास निवासी 50 वर्षीय बबलू कुमार पुत्र सुभाषचंद मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे मोटरसाइकिल पर बैठकर अपने खेत से घर के लिए जा रहा था। जब वह महेंद्रगढ़-नारनौल सड़क पर जाटवास मोड़ के पास पहुंचा तो नारनौल की तरफ से तेज गति से आ रही हरियाणा राज्य परिवहन हिसार डिपो की एक बस ने बाइक को टक्कर मार दी। बस जयपुर से हिसार जा रही थी। दुर्घटना में बबलू कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद बस चालक बस को छोड़कर मौके से फरार हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बबलू अपनी मोटरसाइकिल से जाटवास मोड़ पर गांव की तरफ मुड़ रहा था जबकि नारनौल की तरफ से आ रही बस एक ट्रक को पार कर रही थी। उसकी गति काफी तेज थी और मोटरसाइकिल सवार को सामने देख बस चालक ने तेज ब्रेक लगाए। लेकिन बस की गति अधिक होने के चलते वह उस पर समय से नियंत्रण नहीं पा सका। टक्कर के बाद बस करीब 40 फुट तक मोटरसाइकिल को घसीटती ले गई। दुर्घटना में बबलू के सिर के कई टुकड़े हो गए। मोटरसाइकिल के टुकड़े भी काफी दूर तक फैले हुए थे। दुर्घटनास्थल पर ब्रेक लगाने से बस के टायरों के दूर तक निशान स्पष्ट नजर आ रहे थे।
दुर्घटना के बाद बबलू को उप नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां जाते ही उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस और रोडवेज बस अड्डा इंचार्ज राम ¨सह घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने सबूत एकत्रित करने के बाद बस को सड़क से हटाया और थाने पहुंचाया। महेंद्रगढ़ पुलिस ने मृतक के ताऊ के बेटे राजकरण पुत्र जिले ¨सह के बयान पर मामला दर्ज कर लिया। शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया।
दुर्घटना के समय एकत्रित ग्रामीणों ने बताया कि यहां से तेज गति से वाहन निकलते हैं। टी प्वाइंट होने की वजह से यहां पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इसको देखते हुए जाटवास मोड़ पर ब्रेकर बनाने की मांग कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। ब्रेकर बनाने से कीमती जान बच सकती है।