वेबिनार में योग की विशेषताओं को प्रचारित करने पर दिया जोर
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में वेबिनार में योग की विशेषताओं को प्रचारित करने पर जोर दिा।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ :
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, हरियाणा योग परिषद व आयुष मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में हर किसी ने घर पर रहकर योग करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री मनोहरलाल के संबोधन के साथ हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने भी विश्व स्वास्थ्य के लिए योग के महत्व पर प्रकाश डाला। कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने बताया कि इस बेबिनार में योग गुरु स्वामी रामदेव ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रभाव कम करने में योग मददगार है, क्योंकि यह शरीर की विभिन्न बीमारियों का जड़ से इलाज करने की क्षमता रखता है और इसके अभ्यास के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। रामदेव ने चीन के साथ बढ़े तनाव का उल्लेख करते हुए योग को अपनाने के साथ-साथ स्वदेशी प्रेम पर भी जोर दिया और कहा कि हमें इस विषय में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। इसी कड़ी में गीता मनीषी ज्ञानानन्द महाराज ने बताया कि किस तरह से यह निरोगी जीवन प्राप्त करने में योग मददगार साबित हो सकता है। स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान के चांसलर डॉ. एचआर नागेंद्र ने बताया कि किस तरह से योग विभिन्न देशों में चिकित्सा के क्षेत्र में प्रयोग में लाया जा रहा है। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने वीडियो संदेश के माध्यम से योग के माध्यम से जीवन को स्वस्थ बनाने का आह्वान किया। उन्होंने आगामी 21 जून को आयुष मंत्रालय के प्रोटोकॉल के तहत घर पर रहकर योग करने के लिए प्रेरित किया।
अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के आयोजक हकेंवि के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने कहा कि योग को अपनाकर हमारी युवा पीढ़ी संकल्पित, समर्पित व सामर्थ्यवान बन सकती है और गीता से प्रेरणा लेकर, योग जीवन शैली अपनाकर अपने पुरुषार्थ से नए युग का सूत्रपात कर सकती है। उन्होंने विश्वास जताया कि जो युवा जीवन में योग का रास्ता अपनायेगा वह कभी तनाव में नहीं आएगा। कार्यक्रम में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के कुलपति प्रो. बलदेव कुमार, हरियाणा योग परिषद के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य, डॉ. सतबीर खालसा, श्रीके किमुरा, डॉ. इंद्रानिल बसु, डॉ. आईवी वासावरदी, डॉ. सुशील शर्मा, डॉ. स्वामी दयाधीपानन्दा, गौरव वर्मा, डॉ. मनोज मित्तल, डॉ. अक्षय आनंद ने भी योग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।