ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों मिले पशु क्रेडिट कार्ड
जागरण संवाददाता नारनौल अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि पशु क्रेडिट कार्ड योजना एक महत्वपूर्ण योजना है।
जागरण संवाददाता, नारनौल : अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि पशु क्रेडिट कार्ड योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें पशु पालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वे पशुपालकों को आसान तरीके से ये कार्ड उपलब्ध हों। इस क्रेडिट कार्ड पर पशु पालक को केवल 4 फीसदी ब्याज पर ऋण मिलता है। उन्होंने बृहस्पतिवार को डीआरडीए कार्यालय में पशुपालक पशु किसान क्रेडिट कार्ड (पीकेसीसी) योजना के संबंध में पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारियों की बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित उपमंडल अधिकारी और सीमन बैंक अधिकारी इस योजना के कार्यान्वयन के लिए अपने संबंधित अधिकार क्षेत्र में नोडल अधिकारी होंगे। क्रियान्वयन में पशु चिकित्सक ब्लॉक स्तरीय एक्सटेंशन अधिकारी, वीएलडीए व पशु प्रीचर सभी को लक्ष्य दिए जाएंगे, ताकि वे अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि तय समय में यह लक्ष्य पूरा करना होगा। पशुपालक को बिना कुछ गिरवी रखे मिलता है ऋण :
पशु किसान क्रेडिट कार्ड धारक द्वारा एक लाख साठ हजार रुपये तक की राशि बिना कुछ गिरवी रखे किसी भी बैंक से ली जा सकती है। इससे एक रुपया भी अधिक होने पर सिक्योरिटी देनी होगी। सभी बैंकों द्वारा पशु किसान क्रेडिट कार्डधारक को सालाना सात प्रतिशत साधारण ब्याज दर पर ऋण दिया जाएगा। इस सात प्रतिशत ब्याज दर में से समय पर भुगतान करते रहने पर भारत सरकार की ओर से तीन प्रतिशत ब्याज दर का अनुदान तीन लाख रुपये तक की ऋण राशि पर दिया जाता है। इस प्रकार पशु किसान क्रेडिट कार्ड धारक द्वारा तीन लाख रुपये तक का ऋण चार प्रतिशत सालाना साधारण ब्याज दर पर कुछ गिरवी रख कर लिया जा सकता है और 1.60 लाख तक बिना सिक्योरिटी के ले सकता है।