युवक को जबरन थाने लाकर पीटा, सीआइए- दो प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गांव बन के युवक सचिन को जबरन थाने ले जाकर मारपीट करने के मामले में एस
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गांव बन के युवक सचिन को जबरन थाने ले जाकर मारपीट करने के मामले में एसपी ने सात पुलिकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। मंगलवार को ग्रामीण और परिजन ने सीआइए-दो प्रभारी और कर्मचारियों का विरोध करते हुए एसपी कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीण पुलिस कर्मियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने व युवक की झूठा नाम बताने वाले की पहचान पर अड़ गए। एसपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कार्रवाई की। इसके बाद भी ग्रामीण नहीं मानें तो एसपी ने दो दिन में सचिन का नाम बताने वाले युवक का नाम सामने लाने का आश्वासन दिया।
गांव बन निवासी सचिन के पिता राजकुमार का कहना था कि पुलिस ने किसी के इशारे पर उसके पुत्र को जबरदस्ती उठाया। उसका पुत्र आर्य समाज का प्रचारक है और वह अपने प्रचार में लगा रहता है। किसी ने बेटे का नाम चोरी के मामले में दिया। राजकुमार का आरोप है कि सीआइए-दो के कर्मियों ने सचिन को नाजायज तौर पर हिरासत में रखा और तरह-तरह की यातनाएं दी। वह अभी भी चलने फिरने में असमर्थ है। यह था मामला
लाडवा के गांव बन निवासी सचिन को सीआइए-दो के पुलिसकर्मी आठ अगस्त की सुबह सात बजे सिविल वर्दी में आए थे। सचिन के पिता राजकुमार ने बताया कि पुलिस कर्मी सचिन को जबरदस्ती घर से उठा कर गाड़ी में डाल कर ले गए और कहा कि उसके पास नाजायज देसी कट्टा है। उस पर थर्ड डिग्री का प्रयोग किया। आरोप है कि उसे रात साढ़े आठ बजे छोड़ा गया और उसके पिता से कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराए थे। ये हुए लाइन हाजिर
एसपी सुरेंद्र पाल ¨सह ने मामले में सीआइए- दो प्रभारी दीपेंद्र राणा, निरीक्षक सुभाष चंद, मुख्य सिपाही ललित कुमार, अर¨वद, निर्मलजीत ¨सह, सिपाही नवीन व संदीप को लाइन हाजिर किया है।