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गोल-मोल घूम रहा वैलोड्रम का प्रोजेक्ट, शहर में साइक्लिग ट्रैक भी नहीं बन रहा

एक साइक्लिस्ट का पहिया छह साल तक वैलोड्रम पर घूमता तो मेडलों की झड़ी लगा देता लेकिन ज्यादातर जरूरी औपचारिकताएं तैयार होने के बावजूद धर्मनगरी में वैलोड्रम ट्रैक का निर्माण ही नहीं हो पाया है। खेल प्रेमियों के प्रयास से कई पंचायतों ने इसके लिए जमीन दान देने के प्रस्ताव पास किए थे ये प्रस्ताव चंडीगढ़ दरबार तक भी पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 06:10 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:10 AM (IST)
गोल-मोल घूम रहा वैलोड्रम का प्रोजेक्ट, शहर में साइक्लिग ट्रैक भी नहीं बन रहा
गोल-मोल घूम रहा वैलोड्रम का प्रोजेक्ट, शहर में साइक्लिग ट्रैक भी नहीं बन रहा

विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र : एक साइक्लिस्ट का पहिया छह साल तक वैलोड्रम पर घूमता तो मेडलों की झड़ी लगा देता, लेकिन ज्यादातर जरूरी औपचारिकताएं तैयार होने के बावजूद धर्मनगरी में वैलोड्रम ट्रैक का निर्माण ही नहीं हो पाया है। खेल प्रेमियों के प्रयास से कई पंचायतों ने इसके लिए जमीन दान देने के प्रस्ताव पास किए थे, ये प्रस्ताव चंडीगढ़ दरबार तक भी पहुंचे। पंचायतों के जमीन देने के आश्वासन पर भी बात न बनने पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की तैयारी से इसके बनने की आस जगी तो इंजीनियरों की ओर से बजट कम होने की अड़चन ने इसको ब्रेक लगा दी। खेल विभाग के अधिकारी पिछले सालभर से इसके लिए सभी औपचारकिताएं पूरी होने की बात कह रहे हैं तो पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि अभी तक उन्हें जगह हैंडओवर नहीं हुई है। कुछ ऐसे ही हालात शहर की सड़कों पर साइक्लिग ट्रैक बनाने के भी हैं। साइक्लिग को बढ़ावा देने के दावों के बीच साइकिल चलाने के लिए सड़कों पर जगह ढूंढना मुश्किल हो रहा है।

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साल 2014 में जगह देने के लिए कई पंचायतों ने पास किए थे प्रस्ताव

कुरुक्षेत्र जिला साइक्लिस्टों का हब है। यहां करीब 20 खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं और लगभग 40 राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिनभर सड़कों पर ही अभ्यास कर रहे हैं। खिलाड़ियों के लिए वैलोड्रम का महत्व देखते हुए पहले गांव उमरी की पंचायत ने जमीन देने का प्रस्ताव पास किया। यह बात सिरे नहीं चढ़ पाई तो साल 2014 में गांव आलमपुर ने प्रस्ताव पास कर विधायक और प्रशासन को दिया। इसके बाद विधायक की पहल पर गांव पलवल ने भी प्रस्ताव पास किया। इतना सब होने पर वैलोड्रम के रखरखाव और सुरक्षा की बात कर फाइल रोक दी गई।

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2015 में अनिल विज ने कुवि में बनाने की कही थी बात

तत्कालीन खेल मंत्री अनिल विज ने 2015 में वैलोड्रम को विश्वविद्यालय परिसर में बनाए जाने की बात कही थी। इसके बाद उन्होंने बाकायदा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। यह फाइल आज भी अटकी हुई है।

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लंबे समय से कर रहे मांग : नीरज

हरियाणा स्टेट साइक्लिग एसोसिएशन के प्रदेश सचिव और भारतीय साइक्लिग संघ के संयुक्त सचिव नीरज ने कहा कि वह लंबे समय से वैलोड्रम बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। साल 2014 से ही सभी औपचारिकताएं पूरी होने की बात कही जा रही हैं, लेकिन अभी तक वैलोड्रम नहीं बन पाया है। खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए कुरुक्षेत्र में वैलोड्रम बनाया जाना जरूरी है। वर्जन :

वैलोड्रम की ज्यादातर औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। अब पीडब्ल्यूडी को इसका निर्माण शुरू करना है। खेल निदेशक डा. एसएस फुलिया ने दो दिन पहले ही जगह का निरीक्षण किया है। वह स्वयं इस मामले को देख रहे हैं। अब जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा।

-जयभगवान, कार्यकारी जिला खेल अधिकारी। वर्जन :

खेल विभाग की ओर से अब तक उन्हें इसकी जिम्मेदारी नहीं मिली है। पहले खेल विभाग की ओर जगह का चयन कर वह उन्हें हैंडओवर की जाएगी। इसके बाद अगली कार्रवाई शुरू होगी।

-अमित मुंजाल, एक्सईन, पीडब्ल्यूडी-1।


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