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फार्मासिस्ट ने दो घंटे की हड़ताल की

जिलेभर के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत 38 फार्मासिस्ट बुधवार को सुबह दो घंटे की हड़ताल पर रहे जिससे मरीजों में त्राहि-त्राहि मच गई। सुबह सात बजे से भूखे प्यासे कतार में लगे मरीजों को चिकित्सक तो मिल गए लेकिन दवा लेने के लिए उन्हें दस बजे तक इंतजार करना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 06:30 AM (IST)
फार्मासिस्ट ने दो घंटे की हड़ताल की
फार्मासिस्ट ने दो घंटे की हड़ताल की

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: जिलेभर के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत 38 फार्मासिस्ट बुधवार को सुबह दो घंटे की हड़ताल पर रहे जिससे मरीजों में त्राहि-त्राहि मच गई। सुबह सात बजे से भूखे प्यासे कतार में लगे मरीजों को चिकित्सक तो मिल गए लेकिन दवा लेने के लिए उन्हें दस बजे तक इंतजार करना पड़ा। फार्मासिस्ट बाहर धरने पर बैठे रहे, जिसे देखकर कुछ मरीज बिना दवा लिए ही चले गए जबकि कुछ मरीज पलोथी मारकर दवा वितरण खिड़कियों के सामने बैठकर फार्मासिस्ट की हड़ताल खत्म करने का इंतजार करते रहे। गर्मी और भूख के मारे परेशान मरीजों की स्थिति को देखते हुए फार्मासिस्ट ने ठीक 10 बजे अपनी हड़ताल खत्म कर दी और सीधे मरीजों को दवा देने के लिए पहुंच गए। कर्मचारियों को आता देख दवा लेने के लिए मरीजों की भीड़ खिड़की पर उमड़ पड़ी। मगर सीएचसी और पीएचसी स्तर पर मरीजों को ज्यादा देर तक इंतजार करना पड़ा। एलएनजेपी अस्पताल से अपने ड्यूटी स्थल तक पहुंचने में उन्हें समय लग गया। फार्मासिस्ट ने बृहस्पतिवार को भी दो घंटे तक काम ठप रखने का अल्टीमेटम दिया हुआ है। गौर हो की एलएनजेपी अस्पताल में रोजाना 1500 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते हैं और सुबह के वक्त सबसे ज्यादा भीड़ का दबाव रहता है। कल चिकित्सक नहीं मिले आज दवा देने वाले कर्मचारी नहीं : दलीप

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मंगलवार को भी अस्पताल में उपचार के लिए आए थे लेकिन कल चिकित्सक नहीं मिले। आज चिकित्सक मिले तो दवा देने वाले कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। हक की आवाज उठाना गलत नहीं है। मगर अस्पताल प्रशासन को हड़ताल पर गए कर्मचारियों की ऐवज में अतिरिक्त व्यवस्था करनी चाहिए थी। एक घंटे से कर रहे इंतजार : रामचंद्र

वे पिछले एक घंटे से दवा देने वाले कर्मचारियों का इंतजार कर रहे हैं। कर्मचारियों की बैठक दस बजे तक चलने के बारे में पता लगा तो थक कर नीचे बैठ गए। कर्मचारियों की अगर उचित मांगे हैं तो उन्हें पूरा किया जाए नहीं तो उन्हें इस तरह से मरीजों को परेशान करने से रोकना चाहिए।

- रामचंद्र, निवासी, गांव सारसा दवा तो दूर बीपी और शुगर दोनों बढ़ गए : राजकुमारी

उन्हें ब्लड प्रेशर और शुगर दोनों ही बीमारियां हैं। सुबह सात बजे अस्पताल में उपचार कराने आ गई थीं। खाली पेट घर से चली हुई हैं। दवा तो दूर उल्टा खाली पेट बीपी और शुगर दोनों ही बढ़ गए। लाइन में लगे-लगे जब दो घंटे हो गए तब बाहर जाकर कुछ खाकर वापस आई हूं। मुझे अब यहां के बाद दवा लेने के लिए कैथल भी जाना है।

- राजकुमारी, मसाना

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