आइएमए के बैनर तले काला रिबन बांधकर ओपीडी में बैठेंगे चिकित्सक
कुरुक्षेत्र इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने स्वामी रामदेव के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। आइएमए पदाधिकारियों ने दो जून को काला दिवस मनाने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने स्वामी रामदेव के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। आइएमए पदाधिकारियों ने दो जून को काला दिवस मनाने का फैसला लिया है। इसके बाद भी अगर मांगें नहीं मानी तो चिकित्सकों ने दो घंटे तक विरोधस्वरूप अपनी ओपीडी बंद रखने की भी चेतावनी दी है।
आइएमए के प्रधान डा. नरेंद्र परुथी ने कहा कि देश में कोरोना पीड़ित मरीजों का उपचार करने के दौरान अपनी जान गंवाने वाले चिकित्सकों का मजाक उड़ाया गया और कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों के मन में भ्रम पैदा करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वामी रामदेव एक दवा को कोरोना का उपचार बताकर विज्ञापन कर रहे हैं, जबकि डब्ल्यूएचओ और आइसीएमआर ने इसे अस्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि उनकी दवा सिर्फ एक सप्लीमेंट है। एलोपैथी का कोरोना के इलाज के संदर्भ में दुष्प्रचार और गलत टिप्पणी करने का असली उद्देश्य एक दवा की सेल बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि बुधवार को आइएमए के सदस्य काला रीबन बांधकर विरोध करेंगे।
पिता-पुत्र का स्वास्थ्य कर्मियों से उलझना पड़ा मंहगा
संवाद सहयोगी, लाडवा : लाडवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक युवक व उसके पिता का अस्पताल के कर्मचारियों के साथ उलझना महंगा पड़ गया। मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया, लेकिन आपसी समझौते के बाद मामला रफा-दफा हो गया। युवक ने स्वास्थ्य कर्मचारियों से माफी मांगी।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को कुरुक्षेत्र से एक युवक लाडवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए अपने पिता के साथ आया हुआ था। अस्पताल में मंगलवार को 18 वर्ष से ऊपर उन लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी, जिन्होंने अपना पंजीकरण कराया हुआ था। वैक्सीन लगवाने आए युवक व उसका पिता अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाने वाले व अन्य स्टाफ के साथ उलझ पड़ा और उनकी मोबाइल में वीडियो बनाकर उन्हें धमकाने लगे। इससे पहले अस्पताल का स्टाफ उनसे बात करता वे वीडियो बनाते व उससे अनाप-शनाप सवाल कर परेशान करने लगे। युवक व उसके पिता की इस हरकत से स्टाफ वाले परेशान हो गए और इसकी लिखित शिकायत लाडवा पुलिस को दी। शिकायत मिलते ही लाडवा पुलिस ने दोनों पक्षों को पुलिस थाना में बुलाया, जहां लंबी बातचीत के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी। युवक को माफी मांगकर पीछा छुड़ाना पड़ा। दोनों पक्षों में आपसी समझौता होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिकायत वापिस ले ली।