आज का समाज नशे का गुलाम हो चुका है : साध्वी भद्रा
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की साध्वी भद्रा भारती ने कहा कि लंका युद्ध में रावण संहार के पश्चात प्रभु श्रीराम ने रावण के राज्य का वर्णन किया। कहा कि संपन्नता, समृद्धि, ऐश्वर्य, सुव्यवस्थित सेना, लंका में क्या नहीं था? फिर भी उसे राम राज्य के समतुल्य नहीं कहा जा सकता, क्योंकि लंकावासी मानसिक स्तर पर दरिद्र थे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की साध्वी भद्रा भारती ने कहा कि लंका युद्ध में रावण संहार के पश्चात प्रभु श्रीराम ने रावण के राज्य का वर्णन किया। कहा कि संपन्नता, समृद्धि, ऐश्वर्य, सुव्यवस्थित सेना, लंका में क्या नहीं था? फिर भी उसे राम राज्य के समतुल्य नहीं कहा जा सकता, क्योंकि लंकावासी मानसिक स्तर पर दरिद्र थे। लंका के भीतर आसुरी प्रवृतियों व नशे का बोलबाला था। वहां की वायु तक में भी अनीति, अनाचार और पाप की दुर्गंध थी। वे सेक्टर सात के कम्यूनिटी सेंटर में आयोजित श्रीराम कथा में प्रवचन कर रहीं थीं।
साध्वी ने कहा कि जैसे कि आज का समाज भी नशे का गुलाम हो चुका है। यह नशा विष की तरह समाज को खोखला करता जा रहा है। आज समाज को किसी भी बुराई ने इतना जख्मी नहीं किया है, जितना नशे ने। इसने ज्यादा रक्तपात व युवाओं को पथभ्रष्ट किया है। जिस कारण आज समाज में कोई भी रिश्ता पवित्र नहीं रह गया है। नशा विनाश का मार्ग है। जीवन के नाश का छोटा सा मार्ग है। श्री राम भी कहते हैं। समाज के कल्याण के लिए सामाजिक बुराइयों को समूल सहित समाप्त करना होगा। जहां पर राम का नाम नहीं होगा वहां अन्य लक्षण पाप व दुष्कर्म स्वयं ही आ जाएंगें। अत: अगर समाज को हमने बचाना है। हमें स्वयं के असली रूप को जानना होगा, जो कि उस परमात्मा के अंश होने के कारण प्रकाश रूप ही है। हमें प्रकाश का दर्शन पूर्ण संत की शरण के द्वारा उस दिव्य नेत्र के प्रकटीकरण के कारण होता है।