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नौ महीने बाद पुलिस की पकड़ में आए ¨लग जांच गिरोह के तीन आरोपी

-नौ माह पहले की थी भ्रूण की जांच, अब परिपक्व होने पर धरा गया आरोपी -सोमनाथ कथित तौर पर

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Feb 2018 11:01 PM (IST)Updated: Mon, 12 Feb 2018 11:01 PM (IST)
नौ महीने बाद पुलिस की पकड़ में आए ¨लग जांच गिरोह के तीन आरोपी
नौ महीने बाद पुलिस की पकड़ में आए ¨लग जांच गिरोह के तीन आरोपी

-नौ माह पहले की थी भ्रूण की जांच, अब परिपक्व होने पर धरा गया आरोपी

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-सोमनाथ कथित तौर पर चिकित्सक बनकर करता था ¨लग जांच

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

गोशाला बाजार स्थित घर में लिंग जांच करने के मामले में पुलिस ने गिरोह के सरगना को नौ महीने बाद गिरफ्तार कर लिया। दो दिन पहले इसी गिरोह के दो शातिरों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया था। उनकी निशानदेही पर सोमवार को मुख्यआरोपी को काबू किया गया। अदालत में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। आरोपी मुख्य चिकित्सक बन लिंग जांच करता था। गैंग में शामिल दो महिलाओं को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अब पुलिस जांच में प्रयोग होने वाली मशीन की रिकवरी करेगी।

ऐसे हुआ था पर्दाफाश

सात मई 2017 को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने डिकोए ग्राहक भेजकर घर मे छापामारी की थी। यहां से अल्ट्रासाउंड करने वाली गोशाला निवासी सुदेश और अंबाला के बराड़ा निवासी दलाल जसबीर कौर को गिरफ्तार किया था। गिरोह का मुख्य दलाल मनोज, सतपाल और सोमनाथ फरार हो गए थे। मुख्यआरोपी सोमनाथ अल्ट्रासाउंड करने का काम करता था, जो पिहोवा के एक निजी अस्पताल में सहायक के पद पर है।

महिलाएं स्कूटी पर बैठाकर ले जाती थीं शहर की गलियों में

¨लग जांच कराने से लेकर पैसे लेने तक की डी¨लग महिलाएं ही करती थीं। एक महिला गर्भवती को स्कूटी पर बैठाकर गलियों में घुमाकर घर तक ले जाती थी। अल्ट्रासाउंड कराने के बाद वहीं उसे वापस छोड़ती थी।

ऐसे किया था मामला ट्रेस

स्वास्थ्य विभाग ने एक फर्जी ग्राहक तैयार किया। उसे अंबाला निवासी जसबीर कौर से मिलवाया। जसबीर ने जांच के एवज में 30 हजार रुपये मांगे। पांच मई का दिन तय हुआ। दलाल महिला ने इस दिन मना कर दिया और अगले दिन आने को कहा। फिर उसी दिन दो घंटे बाद महिला को वह जिंदल पार्क ले गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम को चकमा देकर दलाल महिला ने दूसरी महिला की स्कूटी पर गर्भवती को भेज दिया। कुछ देर बाद वह महिला गर्भवती को वापस छोड़ने आई तो पुलिस ने उसे धर लिया। आरोपी महिलाओं ने एक युवक के बारे में बताया। जो अल्ट्रासाउंड केंद्र के चिकित्सक का चालक बताया जा रहा था। फॉलोअप करने के बाद बाकी के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े गए तीन अन्य आरोपी

पीएनडीटी विभाग के नोडल अधिकारी एवं उपसिविल सर्जन डॉ. आरके सहाय ने बताया कि गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।


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