यूरिया को पंजाब पहुंचाने के लिए दलाल वाहन चालकों को दे रहे हजारों का लालच
एक चक्कर लगाओ बीस हजार कमाओ। यह ऑफर मंडियों के आसपास घूमने वाले दलाल वाहन चालकों को दे रहे हैं।
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : एक चक्कर लगाओ बीस हजार कमाओ। यह ऑफर मंडियों के आसपास घूमने वाले दलाल वाहन चालकों को दे रहे हैं। इसकी एवज में वाहन में एक बार में 250 कट्टे यूरिया पंजाब में पहुंचाना होगा। यहां तक दावा किया जा रहा है कि तेल खर्च मुनाफे से अलग दिया जाएगा। वहीं कृषि विभाग ने भी हालात देखकर पंजाब जाने वाले रास्तों पर दिनरात की नाकेबंदी आरंभ कर दी है।
पंजाब में यूरिया की किल्लत के चलते मुनाफाखोर तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इनका एक ही मकसद है कि एक बार पंजाब बार्डर क्रास हो जाए। इसके बाद इनकी पौबारह है। पंजाब में गेहूं बिजाई के बाद पहली सिचाई चल रही है। इसमें हर हाल में यूरिया डालना होता है। हरियाणा में यूरिया का दाम प्रति कट्टा 267 रुपये है। यह कट्टा पंजाब में पांच सौ रुपये तक बिक रहा है। 250 कट्टे से लदे वाहन को सीधे बीस हजार का किराया आफर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस धंधे में लगे लोग एक वाहन के चक्कर से सीधे चालीस हजार तक कमा रहे हैं। दो दिन पहले कृषि विभाग 250 कट्टों से लदी ट्राली को पकड़ चुका है। पिहोवा में जिस दुकान से यूरिया लादा गया उसका लाइसेंस रद्द किया गया है। अब यूरिया को भेजने के लिए लालच के फेर को बढ़ा दिया गया है। कुम्हार माजरा गांव के पास नाकाबंदी किए कृषि विकास अधिकारी डा. सुशील कुमार और डा.प्रवीण कुमार ने बताया कि दिन रात ड्यूटी दी जा रही है। इन अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक वाहन को चेक करके ही पंजाब की ओर जाने दिया जाता है। इन अधिकारियों ने माना कि लालच के कारण यूरिया की ब्लैक को बढ़ावा मिला है। इसे रोकने के लिए कृषि विभाग के आला अधिकारी तक सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। सुपरवाइजर विशाल और गुरमीत ने बताया कि तिरपाल से ढके वाहन नाकों से पहले ही रोक दिए जाते हैं। ट्रैक्टर ट्राली और छोटे फोर व्हीलर पर पैनी नजर
नाकों पर ऐसे वाहनों पर अधिक नजर रखी जा रही है जो कि अक्सर शक के दायरे से बाहर होते हैं। इनमें ट्रैक्टर ट्राली और छोटे फोर व्हीलर शामिल हैं। यही नहीं मोटरसाइकिल लगी तिपहिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। थ्री व्हीलर तक को नाकों पर चेक किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार ऐसे वाहन फंसे तो पुलिस कब्जे में दिए जाएंगे।