जहरीली घास से गांव रामनगर में 13 भैंसों की मौत, 20 बीमार
शाहाबाद के नजदीक गांव रामनगर में दो-तीन में 13 भैसों की मौत हो चुकी है। 20 और बीमार हैं जिनमें से तीन की हालत चिंताजनक है। पशु चिकित्सकों ने इसके पीछे जहरीला घास कारण बताया है।
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद के नजदीक गांव रामनगर में दो-तीन में 13 भैसों की मौत हो चुकी है। 20 और बीमार हैं, जिनमें से तीन की हालत चिंताजनक है। पशु चिकित्सकों ने इसके पीछे जहरीला घास कारण बताया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने गांव का दौरा किया। पीडित परिवारों से बातचीत की व उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस बारे मुख्यमंत्री व डीसी से बात करेंगे। उन्हें हर संभव सहायता दिलवाई जाएगी। उन्होंने चिकित्सकों से बातचीत की व दिशा-निर्देश दिए कि बीमार पशुओं को अच्छे से अच्छा उपचार दिया जाए।
महिला बलजिद्र व बिमला देवी ने बताया कि वह हमेशा की तरह गांव के नजदीक से चारा लेकर आई थी। अन्य ग्रामीण भी वहीं से चारा लेकर आए थे जिसे खाने से हीरा लाल व प्रेम की तीन-तीन भैंस, शिगारा व रामकुमार की दो-दो भैंस, रोहताश व रूलदा राम की एक-एक भैंस तथा सुरजीत का एक कटड़ा काल का ग्रास बन गए। उन्होंने बताया कि सभी पशु दुधारू थे और जिनकी कीमत 60-70 हजार प्रत्येक भैंस बताई जा रही है। सरकार की ओर से पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत आम व्यक्ति के लिए 100 रुपये प्रति पशु तथा अनुसूचित जाति के लिए निशुल्क बीमा किया जाता है, लेकिन ग्रामीण इस योजना से अनभिज्ञ थे और जब इस बारे ग्रामीणों से बातचीत की गई तो उन्होंने इसका सारा ठीकरा विभाग के सिर फोड़ा। पशुपालन विभाग भी हरकत में आया और चार डाक्टरों की टीम गांव में डेरा जमाए है। बीमार पशुओं की देखभाल कर रही है। पशुपालन विभाग के एसडीओ डॉ.जसबीर पंवार ने बताया कि मृत पशुओं की जांच करने पर व जहां से घास लाया गया था उसका सैंपल लेने पर पता चला है कि घास जहरीला था। डाक्टरों की टीम ने जहां से घास लाया गया था, वहां का दौरा किया। पाया कि यह खेत खाली और गहरा है, जिस कारण बरसात के दिनों में आसपास के खेतों का सारा पानी इस जगह इकट्ठा हो गया। किसानों ने अपने खेतों में कीटनाशक डाले हुए थे, जिस कारण यहां पर उगा चारा जहरीला हो गया।
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