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सिविल अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन में प्रयोग हुई दवाओं के नहीं लिये थे सैंपल

एलएनजेपी सिविल अस्पताल में मोतियाबिद आपरेशन के बाद बुजुर्गों को होने वाली आंशिक दृष्टिहानि के मामले में भले ही यहां से भेजे गए सैंपल पास हो गए हों लेकिन प्रदेश में हाइपर मिलॉज आई ड्रॉप के तीन सैंपल फेल होने वाला बैच पूरे प्रदेश में कई जगह सप्लाई हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jun 2019 07:20 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2019 07:20 AM (IST)
सिविल अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन में प्रयोग हुई दवाओं के नहीं लिये थे सैंपल
सिविल अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन में प्रयोग हुई दवाओं के नहीं लिये थे सैंपल

विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र: एलएनजेपी सिविल अस्पताल में मोतियाबिद आपरेशन के बाद बुजुर्गों को होने वाली आंशिक दृष्टिहानि के मामले में भले ही यहां से भेजे गए सैंपल पास हो गए हों, लेकिन प्रदेश में हाइपर मिलॉज आई ड्रॉप के तीन सैंपल फेल होने वाला बैच पूरे प्रदेश में कई जगह सप्लाई हुआ था। बताया जा रहा है कि जब तक जिले में मरीजों की आंखों में इंफेक्शन के मामले सामने आए तब तक दवा और आंख धोने वाले पानी का पूरा बैच का स्टॉक खत्म हो चुका था। मामला उठने के बाद दूसरे बैच से सैंपल ले लिए गए। जिला सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में यह माना कि इस दवा की सप्लाई यहां भी हुई थी। ऐसे में अधिकारी यहां भी मरीजों की आंखों में होने वाले इंफेक्शन को किसी दवा में आने की बात मान रहे हैं। हालांकि इस मामले में यहां की रिपोर्ट पास होने से कंपनी के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने के निर्देश जारी नहीं हुए। कुरुक्षेत्र दैनिक जागरण ने प्रदेश में उठाया था सबसे पहले मामला

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मोतियाबिद के आपरेशन के बाद पूरे प्रदेश में आंशिक ²ष्टिहानि होने के मरीज सामने आने का मामला सबसे पहले कुरुक्षेत्र से दैनिक जागरण ने उठाया था। इसके बाद भिवानी और करनाल के भी कई मरीज सामने आए थे। मामला सरकार के संज्ञान में आया और तब जांच बैठाई गई। कुरुक्षेत्र के 24 से ज्यादा मरीज चंडीगढ़ पीजीआइ के एडवांस आइ सेंटर में पहुंचे थे, जिन्हें उपचार के बाद हालत सुधरने पर छुट्टी दे दी गई। इस दौरान सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन को स्थगित कर दिया गया था। कुरुक्षेत्र के नेत्र रोग चिकित्सकों ने दिखाई थी सतर्कता

18 मार्च 2019 को दैनिक जागरण ने इससे संबंधित समाचार को सबसे पहले प्रकाशित किया था। नेत्र रोग विभाग विशेषज्ञ के पास आपरेशन कराने के बाद एक मरीज दर्द की शिकायत लेकर पहुंचा था। यहां तैनात चिकित्सकों ने तुरंत सतर्कता बरतते हुए उन दिनों में तमाम आपरेट हुए मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में आकर जांच कराने के लिए फोन किया था। जांच में दूसरे मरीजों में भी संक्रमण पाया गया था। इसके बाद दूसरे जिले भी मरीजों को आगे भेजना शुरू हुए थे। यहां नहीं हुआ सैंपल फेल

जिला सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर ने बताया कि कुरुक्षेत्र से भेजे गए हाइपर मिलॉज आई ड्रॉप के सैंपल में किसी तरह की खामी नहीं आई थी, लेकिन जिस बैच की दवा के सैंपल असंतोषजनक मिले हैं। इससे संबंधित दवा यहां भी सप्लाई की गई थी। इंफेक्शन होने का कारण यही हो सकता है। इस बैच की हाइपर मिलॉज आई ड्रॉप यहां खत्म हो चुकी थी, जिसके कारण प्रयोग हो चुके बैच का सैंपल नहीं लिया जा सका। हो सकता है उसी दवा में संक्रमण रहा हो।

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