जिसकी कथनी व करनी में अंतर नहीं वहीं वास्तव में सुखी : योगी नरेश नाथ
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : गुरू गोरख नाथ धाम के योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि जिसकी कथनी व करनी में अंतर नहीं वास्तव में वही सुखी है। ऐसे लोग विश्वासपात्र होते हैं। ऐसे लोग अर्जित ज्ञान को अपने आचरण में समाविष्ट करते हैं।
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : गुरू गोरख नाथ धाम के योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि जिसकी कथनी व करनी में अंतर नहीं वास्तव में वही सुखी है। ऐसे लोग विश्वासपात्र होते हैं। ऐसे लोग अर्जित ज्ञान को अपने आचरण में समाविष्ट करते हैं। ऐसे लोग जहां बैठते हैं वहां भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। वे गुरूधाम में श्रद्धालुओं के बीच बोल रहे थे।
योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र सदैव कथनी को ही अधिमान दिया। वे जो कहते थे उसी पर खरा उतरते थे। उन्होंने कहा कि इंसान को सच पर खरा उतरना चाहिए। इससे कभी झूठ का सहारा लेना ही नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी निराश नहीं होना चाहिए। जहां एक दरवाजा बंद होता है वहां कई दरवाजे खुलते हैं। जिस प्रकार दुख आता है उसी प्रकार तेजी से चला भी जाता है। उन्होंने कहा कि सुख हो चाहे दुख हो प्रभु सिमरन करना चाहिए।