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गांव मुकीमपुरा निवासियों ने नप को दिए 38 दिन, अब फिर ढूंढना पड़ेगा दूसरा डं¨पग जोन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अब एक बार फिर थानेसर नगर परिषद के सामने कूड़ा डालने की जगह का संकट खड़ा हो गया है। गांव मुकीमपुरा निवासियों ने नप प्रशासन को 38 दिन में दूसरा स्थान ढूंढने का अल्टीमेटम दिया है। ग्रामीणों ने पुलिस थाना में नप प्रशासन को कड़े शब्दों में 25 नवंबर से कूड़ा गांव में डालने से मना कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि 25 के एक दिन ऊपर भी वे शहर का कूड़ा गांव में नहीं डालने देंगे। ऐसे में एक बार फिर नप प्रशासन के सामने कूड़ा डंप करने की समस्या खड़ी है। हालांकि दोपहर बाद सुलह के मुताबिक ग्रामीणों ने कूड़ा जगह पर डालने दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 01:32 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 01:32 AM (IST)
गांव मुकीमपुरा निवासियों ने नप को दिए 38 दिन, अब फिर ढूंढना पड़ेगा दूसरा डं¨पग जोन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अब एक बार फिर थानेसर नगर परिषद के सामने कूड़ा डालने की जगह का संकट खड़ा हो गया है। गांव मुकीमपुरा निवासियों ने नप प्रशासन को 38 दिन में दूसरा स्थान ढूंढने का अल्टीमेटम दिया है। ग्रामीणों ने पुलिस थाना में नप प्रशासन को कड़े शब्दों में 25 नवंबर से कूड़ा गांव में डालने से मना कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि 25 के एक दिन ऊपर भी वे शहर का कूड़ा गांव में नहीं डालने देंगे। ऐसे में एक बार फिर नप प्रशासन के सामने कूड़ा डंप करने की समस्या खड़ी है। हालांकि दोपहर बाद सुलह के मुताबिक ग्रामीणों ने कूड़ा जगह पर डालने दिया। मथाना, फिर मुकीमपुरा में विरोध के बाद अब कौन देगा जगह

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पहले गांव मथाना के ग्रामीणों ने नगर परिषद द्वारा शहर का कूड़ा पंचायत की जमीन पर डालने का विरोध किया, जिसके बाद नप प्रशासन को वहां कूड़ा डालना बंद करना पड़ा। अब गांव मुकीमपुरा के ग्रामीणों ने भी विरोध कर दिया है। मथाना ग्रामीणों के विरोध के बाद पहले ही पंचायतें जमीनें उपलब्ध कराने से कतरा रही थी अब गांव मुकीमपुरा में भी हो गया। ऐसे में अब देखना होगा कि नप प्रशासन कूड़ा डालने के लिए क्या व्यवस्था करता है।

यह हुआ था समझौता

थानेसर नगर परिषद और गांव मुकीमपुरा में एक निजी जमीन मालिकों के बीच समझौता हुआ था, जिसमें जमीन मालिक ने छह एकड़ तीन कनाल जमीन आठ लाख रुपये प्रति वर्ष दो साल के समय के लिए ठेके पर दी थी। 6 ¨सतबर 2018 को यह ठेका हुआ था जो 23 ¨सतबर 2020 को पूरा होना था। इस समझौते के अनुसार कई ¨बदुओं पर दोनों पक्षों में सहमति बनी थी। दोपहर के बाद डाला गया कूड़ा

38 दिन का समय मिलने के बाद नगर परिषद के डंपर गांव मुकीमपुरा में जमीन पर कूड़ा डलने के लिए पहुंच गए। हालांकि तीसरे दिन भी कूड़े का उठान घर-घर से नहीं हो सका। इसके चलते शहर में कई जगह पर कूड़े के ढेर लग गए। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला डाला

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बीएन भारती ने कहा कि गांव के लोगों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीण समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी को कोई परेशानी न हो इसको देखते हुए पहले ही गांव से दूर जगह ली गई थी। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला डाल दिया गया है।


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