ठेका कर्मियों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी, ओपीडी ब्लाक की चरमराई व्यवस्था
ठेके पर लगे कच्चे कर्मियों ने पांच माह का मानदेय न मिलने के विरोध में वीरवार को चौथे दिन भी हड़ताल रखी। इससे एलएनजेपी सिविल अस्पताल की व्यवस्था चरमराई गई है। मरीजों ने इलाज कराने भी आना बंद कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : ठेके पर लगे कच्चे कर्मियों ने पांच माह का मानदेय न मिलने के विरोध में वीरवार को चौथे दिन भी हड़ताल रखी। इससे एलएनजेपी सिविल अस्पताल की व्यवस्था चरमराई गई है। मरीजों ने इलाज कराने भी आना बंद कर दिया है। रोजाना 700 से अधिक से ओपीडी वाले अस्पताल में गिने चुने मरीज ही आ रहे हैं। ऐसे में ओपीडी ब्लाक में कुछ डाक्टर भी नहीं बैठ रहे।
कर्मचारी हड़ताल पर होने के कारण चार दिन से पर्ची खिड़की नहीं खुल रही है। मरीज पुरानी स्लिप पर डाक्टरों से अपना चेकअप करा रहे हैं। उनको डिस्पेंसरी पर कोई नहीं मिल पाता। यहां लगाए गए कर्मी हड़ताल पर हैं। सारा दिन डिस्पेंसरी के बाहर बैठने के बाद मरीज निराश होकर वापस घरों की ओर लौट गए। अस्पताल में 37 स्वीपरों सहित करीब 130 कर्मी आउटसोर्सिंग पर लगाए गए हैं। चार दिन से नहीं हुई सफाई
हड़ताल के चलते अस्पताल की पिछले चार दिनों से साफ-सफाई नहीं हुई है। इससे वार्डों, डाक्टरों के कमरों व टायलेटों में गंदगी भरी है। परिसर में रखे डस्टबिन भी भर चुके हैं। इनको खाली तक नहीं किया जा रहा है। डस्टबिन के बाहर ही उपयोग की गई काटन (रूई) बाहर ही बिखरी हुई है। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन रहे
सिविल अस्पताल के प्रथम तल पर बनने वाले जन्म व मृत्यु प्रमाण पिछले चार दिनों से नहीं बन रहे है। इससे रोजाना लोग आकर खिड़की खुलने का इंतजार कर रहे हैं। जिससे वे जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र ले सकें। एमएस को आउटसोर्सिंग के कर्मियों का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। वे बार-बार कहने के बाद भी इनका मानदेय जारी नहीं कर रहे थे। उनसे चार्ज वापस ले लिया है। अब डिप्टी एमएस डा. संदीप कोठारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इनका मानदेय भी जल्द ही जारी करा दिया जाएगा।
डा. सुखबीर सिंह, सिविल सर्जन