हनुमान वाटिका से किशोर का अपहरण, दिल्ली से मिला
यहां हनुमान वाटिका पार्क से बदमाशों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर 14 वर्षीय किशोर का अपहरण कर लिया। उसे कार से दिल्ली ले गए। कश्मीरी गेट पर आधी रात के समय बदमाश जब गाड़ी से उतरकर चाय पी रहे थे तभी किशोर को होश आ गया। खिड़की का लॉक खुला था।
जागरण संवाददाता, कैथल : यहां हनुमान वाटिका पार्क से बदमाशों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर 14 वर्षीय किशोर का अपहरण कर लिया। उसे कार से दिल्ली ले गए। कश्मीरी गेट पर आधी रात के समय बदमाश जब गाड़ी से उतरकर चाय पी रहे थे, तभी किशोर को होश आ गया। खिड़की का लॉक खुला था। समझदारी दिखाते हुए वह तुरंत नीचे उतरकर झाड़ियों में छिप गया। आखिरकार किसी राहगीर की मदद से स्वजनों को फोन कर उन्हें बुला लिया।
करनाल रोड स्थित मायापुरी कालोनी में रहने वाले बाइक मैकेनिक जंगीर सिंह ने बताया कि उनका 14 वर्षीय बेटा दीपक उर्फ नवदीप शहर के इंदिरा गांधी पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है। शाम के समय वह नया बस अड्डा के नजदीक हनुमान वाटिका में घूमने गया था। जब वह अपनी दुकान से करीब सात बजे घर आया तो दीपक घर पर नहीं था। उन्हें लगा कि पड़ोस में बच्चे की जन्मदिवस पार्टी में गया है। नौ बजे तक भी नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई। सिविल लाइन थाना पुलिस में घटना की सूचना दी। रात को करीब पौने दो बजे उनके मोबाइल फोन पर कॉल आई तो बेटे का पता चला। कॉल आते ही कट गया फोन, फिर काफी देर बाद आया
जंगीर सिंह ने बताया कि रात को मुज्जफरनगर निवासी ने फोन किया था। उसने बताया कि उनका बेटा दिल्ली में है। इसके बाद फोन कट गया। उन्होंने सोचा कि किसी अपहरण करने वाले ने फोन किया है। इस नंबर पर वे काफी देर तक संपर्क करते रहे, बाद में फिर फोन आया तो उक्त युवक ने अपना परिचय देते हुए बच्चे से बात करवाई। इसके बाद उन्होंने संसद में अपने परिचित पुलिसकर्मी से संपर्क किया। जब वे दिल्ली गए तो बच्चा पुलिस चौक में सुरक्षित था। स्वजनों व कालोनी वासियों ने बताया कि हनुमान वाटिका में पूर्व में भी अपहरण व चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
झाड़ियों से निकलकर किशोर ने घर फोन पर बात करने के लिए कई राहगीरों से मदद मांगी। कई लोगों ने इन्कार कर दिया। मुज्जफरनगर के एक व्यक्ति ने बच्चे की सहायता करते हुए उसका परिवार के लोगों से संपर्क करवाया। जब तक परिवार के लोग वहां पहुंचे तब तक बच्चे को कश्मीरी गेट स्थित बस अड्डे पर पुलिस चौकी में रखा गया। परिजन दिल्ली से बच्चे को घर लेकर आए।