नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कैडेट्स ने दिया स्वच्छता का संदेश
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कॉलेज की कैडेट्स ने विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कॉलेज की कैडेट्स ने विश्वविद्यालय परिसर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का संदेश देते हुए बताया कि हमें अलग-अलग प्रकार के कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करना चाहिए। गीले कचरे के लिए हरे और सूखे कचरे के लिए नीले कुड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। सूखे कचरे का दोबारा प्रयोग किया जा सकता है
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कॉलेज की कैडेट्स ने विश्वविद्यालय परिसर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का संदेश देते हुए बताया कि हमें अलग-अलग प्रकार के कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करना चाहिए। गीले कचरे के लिए हरे और सूखे कचरे के लिए नीले कुड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। सूखे कचरे का दोबारा प्रयोग किया जा सकता है और गीले कचरे को खाद बनाने के लिए काम में लाया जा सकता है। जिससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।
कॉलेज प्राचार्य डां. सूरजभान मलिक ने स्वच्छ वातावरण के संदर्भ में बताया कि स्वच्छ व सुंदर वातावरण में युवा कैडेट्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यह संदेश समाज में जागरुकता पैदा करता है। लेफ्टिनेंट डॉ. सुकरमवती के कुशल मार्गदर्शन में नुक्कड़ नाटक सम्पन्न हुआ। उन्होंने स्वच्छता को जीवन के लिए अहम बताते हुए कहा कि अपने चारों और के वातावरण को साफ व स्वच्छ रखकर हम अपने को स्वस्थ रख सकते है व विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निजात पा सकते है, क्योंकि कहा भी गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। इस मौके पर डॉ. परमेश कुमार, डॉ. सीडीएस कौशल, डॉ. सुख¨वद्र, डॉ. अमृत, डॉ. निरुपमा भट्टी, डॉ. महा¨सह, डॉ. वंदना, सूबेदार अवधेश ¨सह मौजूद थे।