बाल कल्याण परिषद के तीज उत्सव के दिन कुवि में हुए विवाद में विवि प्रशासन का पक्ष मिला सही
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम में तीन अगस्त को हरियाणा बाल कल्याण परिषद के तीज महोत्सव के दौरान परिषद के मानद महासचिव के साथ हुए विवाद में कुवि का पक्ष मजबूत रहा है। ऐसे में मानद महासचिव को झटका लगा है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम में तीन अगस्त को हरियाणा बाल कल्याण परिषद के तीज महोत्सव के दौरान परिषद के मानद महासचिव के साथ हुए विवाद में कुवि का पक्ष मजबूत रहा है। ऐसे में मानद महासचिव को झटका लगा है। मानद महासचिव ने विवाद के बाद कुवि से महोत्सव पर खर्च हुए 68805 रुपये वापस मांगे थे। इसी मांग को लेकर उन्होंने राज्यपाल के सचिव को पत्र भी लिखा था। अब राज्यपाल कार्यालय की ओर से इस विवाद पर कुवि का पक्ष सुनने के बाद परिषद के मानद महासचिव की शिकायत को फाइल कर दिया है।
क्या है मामला : तीन अगस्त को विश्वविद्यालय के गीता सदन ऑडिटोरियम में परिषद ने हरियाली तीज महोत्सव का आयोजन किया था। कार्यक्रम में आए स्कूली बच्चों को धरोहर संग्रहालय दिखाना था, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने प्रशासनिक स्वीकृति नहीं होने पर उन्हें बिना टिकट प्रवेश नहीं करने दिया। परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल खुद मौके पर पहुंचे और वहां सुरक्षा र्किमयों से गरमा-गरमी हो गई। उन पर आरोप लगे कि उन्होंने एक सुरक्षा कर्मी का गला पकड़ा था। वे बार-बार कह रहे थे कि वीसी ने निशुल्क प्रवेश की अनुमति दी है। जब उन्हें इसका सर्कुलर दिखाने को कहा तो वे दिखा नहीं सके। उन्होंने तब वीसी कार्यालय के एक कर्मचारी को फोन करके यहां तक कह दिया था कि अब यहां लट्ठ बजेगा। उन्होंने इसी मामले को राजभवन तक पहुंचाने की बात कही थी।
इसके लिखे थे दो पत्र
इसके बाद परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने दो अलग-अलग पत्र लिखे थे। एक में तीन लोगों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग की गई है तो दूसरे में खर्च का भुगतान कराने के लिए राज्यपाल के सचिव से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।
वापस मांगा था खर्च
उन्होंने राज्यपाल के सचिव को लिखी चिट्ठी में बताया कि तीज उत्सव के लिए कुवि में ऑडिटोरियम हॉल गीता सदन, अंतरराष्ट्रीय गेस्ट हाउस में कमरे और धरोहर में प्रवेश के लिए टिकटों पर खर्च करना पड़ा था। ऑडिटोरियम के लिए 54,280 रुपये और 5900 रुपये, कमरों के लिए 2625 और धरोहर की टिकटों के लिए 6000 रुपये देने पड़े थे। कुल खर्च 68 हजार 805 रुपये हुआ। उन्होंने सचिव से आग्रह किया था कि वे हस्तक्षेप करके यह राशि परिषद को वापस कराएं।
मानद महासचिव की शिकायत को कर दिया है फाइल
कुवि के प्रवक्ता डॉ. अशोक ने बताया कि राज्यपाल कार्यालय ने इस मामले में विवि का पक्ष सुनने के बाद मानद महासचिव की शिकायत को फाइल कर दिया है।