मारकंडा नदी में आया 10 हजार क्यूसेक पानी
बुधवार की सुबह शाहाबाद की मारकंडा नदी में पहाड़ी क्षेत्रों से बरसात का पानी आना शुरू हो गया और जलस्तर बढ़ता चला गया। शाम तक मारकंडा नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था और देर रात तक 12 हजार के करीब क्यूसिक पानी आने की उम्मीद जताई जा रही है। गेज रीडर रोशन लाल ने बताया कि पहाड़ों पर बरसात हो रही है जिस कारण पीछे की नदियां लबालब हैं। उन्हीं का पानी शाहाबाद की नदी में आता है।
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : बुधवार की सुबह शाहाबाद की मारकंडा नदी में पहाड़ी क्षेत्रों से बरसात का पानी आना शुरू हो गया और जलस्तर बढ़ता चला गया। शाम तक मारकंडा नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था और देर रात तक 12 हजार के करीब क्यूसिक पानी आने की उम्मीद जताई जा रही है। गेज रीडर रोशन लाल ने बताया कि पहाड़ों पर बरसात हो रही है, जिस कारण पीछे की नदियां लबालब हैं। उन्हीं का पानी शाहाबाद की नदी में आता है।
उन्होंने बताया कि पानी का जलस्तर बढ़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में निचले खेतों में पानी भर गया। पानी की निकासी का प्रबंध न होने के कारण पहले ही यह खेत पानी से लबालब हैं। नदी का पानी अरूपनगर, मलिकपुर, गुमटी, मदनपुर, कलसाना, कठवा गांवों के डेरों पर भी गया है, लेकिन किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पानी के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी जरूर हुई है। नदी में पानी आने से आस-पास के गांवों के लोग भयभीत हो उठे और उन्होंने पूरा ध्यान नदी पर केंद्रित कर दिया। हालांकि प्रशासन ने भी राहत के पूरे प्रबंध किए थे और सभी पटवारी भी रात की डयूटी पर थे। मारकंडा नदी के साथ लगते खेतों को पानी से नुकसान अवश्य हुआ है।