छात्रों के निष्कासन के मामले में छात्र संगठनों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 17 विद्यार्थियों के निष्कासन के विरोध में छात्र संगठनों ने कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 17 विद्यार्थियों के निष्कासन के विरोध में छात्र संगठनों ने कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों ने इस मामले में विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ. नीता खन्ना से बातचीत भी की। कुलसचिव ने छात्र संगठनों के नेताओं को आश्वासन दिया है कि वे मामले में दोबारा अपील डालें और कुलपति से एक छात्र होने के नाते माफी मांगे तो उनके मामले को दोबारा से कमेटी के पास भेज दिया जाएगा। हालांकि छात्र संगठनों ने प्रशासन के इस आश्वासन पर हैरानी जताई और कहा कि वे गलती करेंगे तो ही माफी मांगेंगे। अगर प्रदर्शन कर छात्रों की मांगों को उठाना ही गलती है तो वे प्रशासन के आदेशों को मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। छात्र संगठनों ने 27 मार्च को दोबारा कुवि प्रशासन से मिलने का निर्णय लिया है। फिर भी बात नहीं बनती तो छात्र प्रदर्शन के लिए तैयार हैं जो छात्रों के निष्कासन को वापस लेने तक जारी रहेगा।
बता दें कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पिछले सप्ताह प्रदर्शनकारी छात्रों को निष्कासित कर दिया था। उसके बाद से ही कुवि परिसर में छात्र संगठनों में हलचल मची थी। संयुक्त छात्र संगठन समिति के बैनर तले प्रदर्शन करने वाले लगभग 10 छात्र संगठनों ने सोमवार को दोबारा कुवि कुलपति कार्यालय के सामने डेरा डाल दिया था। इस दौरान प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने कुवि प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रशासन की ओर से भारी पुलिस बल भी तैनात कर दिया था। कुवि थर्ड गेट चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने छात्रों को कुलसचिव से मिलवाया। कुलसचिव डॉ. नीता खन्ना छात्रों के निष्कासन पर दोबारा विचार करने का आश्वासन दिया है। बॉक्स
छात्र संगठनों ने अगली रणनीति को लेकर बैठक विनोद गिल ने कहा कि विद्यार्थियों को निष्कासन किये जाने पर बहुत सारे विद्यार्थियों के अंदर रोष है और निष्कासित हुए विद्यार्थियों के अंदर मानसिक दवाब है। प्रदर्शन के बाद कुलसचिव के जवाब से छात्र नाखुश थे। ऐसे में छात्र संगठनों ने अगली रणनीति तैयार करने के लिए दोबारा बैठक की। जिसमें 27 मार्च को दोबारा कुवि कुलपति से मिला जाएगा। उसके बाद भी अगर प्रशासन ने छात्रों की मांगों को नहीं माना तो अगली रणनीति तैयार की जाएगी। इस मौके पर संजीव सिहाग, राकेश कैंदल, मंजू जाखड़, गुरचरण, नवीन सिहाग, अनिल कुमार, दिनेश, विक्रम सिंह, दिपेंद्र बराड़, सिमरन जीत, बिरेंद्र, उदय चौधरी, रितु, सुमन, रितू उपस्थित रहे।