मलबे का मालिक कहानी ने दिया भाईचारे का संदेश
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र कला एवं साहित्यिक कार्य विभाग के सहयोग से जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में मलबे का मालिक कहानी की रंगमंचीय प्रस्तुति का आयोजन सोमवार सांय आरके सदन में किया गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कला एवं साहित्यिक कार्य विभाग के सहयोग से जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में मलबे का मालिक कहानी की रंगमंचीय प्रस्तुति का आयोजन सोमवार सांय आरके सदन में किया गया। यह कहानी हिदी साहित्यकार मोहन राकेश द्वारा लिखी गई है। कहानी मुख्य रूप से आजादी के बाद भारत-पाकिस्तान की स्थिति पर आधारित है। इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एसएस बूरा थे।
प्रो. बूरा ने कहा कि प्रस्तुत नाटक की जो विषय वस्तु है वह बहुत ही संवेदनात्मक मार्मिकता के साथ सीख देने वाली है। यह कहानी वर्तमान समाज को भाईचारा का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि हमें इतिहास से सीख लेने की जरूरत है ताकि हमारे अंतर मन में प्रेम की भावना उत्पन्न हो और मानवता का अहित न हो। इस तरह के कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए ताकि युवाओं को इतिहास का ज्ञान हो और उससे सुखद एवं उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकें। उन्होंने नाटक के सभी कलाकारों के अभिनय को बहुत सराहा। नाटक की प्रस्तुति देखकर दर्शक पूरी तरह से भावुक नजर आए। कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के
शिक्षक डॉ. मधु दीप सिंह, रोमा सिंह तथा डॉ. बंसी लाल ने किया। कहानी में मुख्य रूप से राजेश कुमारी, रैविन पंजेटा, विनोद कुमार, सुल्तान अली, नवीन कुमार, अनिशा गुप्ता, सुजित गौरव, कमलेश बोड़ाई, डॉ. संतलाल निर्वाण, रमन दीप, शिवानी बोहत, दीप कुमार चनालिया व अमजी धीमान ने भाग लिया।