रिपेयरिग व बैटरी की दुकान में चोरी
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र लॉकडाउन और उसके बाद मेहनत मजदूरी छूटने पर एक सीधा साधा व्यक्ति परिवार का पेट पालने के लिए चोरी के रास्ते पर चल पड़ा। वह गजलाना गांव में दुकान पर चोरी की वारदात को अंजाम देने लगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : लॉकडाउन और उसके बाद मेहनत मजदूरी छूटने पर एक सीधा साधा व्यक्ति परिवार का पेट पालने के लिए चोरी के रास्ते पर चल पड़ा। वह गजलाना गांव में दुकान पर चोरी की वारदात को अंजाम देने लगा। चोरी की वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीआइए-टू ने वारदात को खुलासा करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो लोगों के दिल को झकझोर देने वाली कहानी सामने आई। पुलिस ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
पुलिस प्रवक्ता रोशन लाल ने बताया कि चार जुलाई को परमजीत सिंह वासी गजलाना ने थाना बाबैन पुलिस को शिकायत दी। उसने बताया कि उसकी गजलाना बस स्टैंड के नजदीक ट्रैक्टर डैनमो व इलेक्ट्रिशियन रिपेयर और बैटरी इनवर्टर की दुकान है। वह दो जुलाई को दोपहर के समय किसी जरूरी काम से दुकान खुली छोड़कर गांव मे चला गया था। वह दुकान पर वापस आया तो उसने देखा कि दुकान से दो ट्रैक्टर के सेल्फ, एक अल्टीनेटर, एक फराटा पंखा की मोटर, बिना पाखुंडी का ओरियंटल पंखा, 40 बैरंग, पांच किलोग्राम स्क्रैप और तांबे की चार रिले गायब हैं। उसने आसपास के दुकानदारों से पूछताछ कर दुकान के नजदीक लगे कैमरे को चैक करवाया तो स्कूटी सवार एक व्यक्ति सामान चोरी करता दिखाई दिया। सीआइए-टू ने मुखबर के इशारे पर पीर बाबा मोड़ लाडवा से एक व्यक्ति को काबू करके पूछताछ की। उसने अपना नाम सोनू वासी बुढ़ा बताया। पुलिस पूछताछ में खुले चोरी के राज आरोपित ने पूछताछ में बताया कि लॉकडाउन के बाद मेहनत मजदूरी का काम मिलना कम हो गया था। जिससे परिवार का गुजारा मुश्किल से चल रहा था। उसको कई दिनों से कोई काम नहीं मिल रहा था। दो जुलाई को वह स्कूटी पर काम की तलाश में लाडवा आया था, लेकिन उसको कोई काम नही मिला। उसके दिमाग में चोरी करने का ख्याल आया। उसने स्कूटी पर पकड़े जाने के डर से एक दुकानदार से नंबर वाले स्टीकर खरीद लिए और इसको अगली नंबर प्लेट पर चस्पा कर दिया। पीछे वाली नंबर प्लेट का आखिरी नंबर एक को बदलकर तीन कर दिया। वह चोरी की नीयत से स्कूटी पर घूमता हुआ गजलाना बस अड्डा पहुंचा। वह कुछ देर वहां खड़ा रहा और एक दुकान पर कोई भी नहीं दिखाई दिया। वह दुकान के अंदर चला गया। वह किसी के भी न मिलने पर सामान चोरी कर ले गया। उसने सारा सामान किसी राह चलते कबाड़ी को छह हजार रुपये में बेच दिया था। उसने तीन हजार रुपये घर के सामान व अन्य काम में खर्च कर दिए। पुलिस को बाकी तीन हजार रुपये बरामद करा दिए।