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अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाते खेल : छाबड़ा

जिला जूडो एसोसिएशन के प्रधान संजीव छाबड़ा ने कहा कि खेलों में भाग लेने से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक विकास होता है। साथ ही खेल अनुशासन का पाठ पढ़ाते हैं। इसलिए मनुष्य को अपने सर्वागीण विकास के लिए हमेशा खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 09:00 AM (IST)
अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाते खेल : छाबड़ा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला जूडो एसोसिएशन के प्रधान संजीव छाबड़ा ने कहा कि खेलों में भाग लेने से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक विकास होता है। साथ ही खेल अनुशासन का पाठ पढ़ाते हैं। इसलिए मनुष्य को अपने सर्वागीण विकास के लिए हमेशा खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। प्रदेश सरकार की नई खेल नीति के अनुसार खिलाडि़यों को सरकारी नौकरियों में भी ऊंचे पदों पर भी कोटा तय किया है और करोड़ों रुपये की इनाम राशि भी खिलाड़ियों को दी जा रही है। वे द्रोणाचार्य स्टेडियम में जिला जूडो एसोसिएशन की तरफ से आयोजित जिलास्तरीय जूडो प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।

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प्रधान ने कहा कि एसोसिएशन की तरफ से हर वर्ष जिलास्तर पर जूनियर, सब जूनियर, कैडेट और सीनियर स्तर पर जूडो प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। दो दिन तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में दो सौ से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों को एक मंच मिलता है और इस मंच के माध्यम से खिलाड़ी जिलास्तर, राज्यस्तर, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मुकाम हासिल कर सकता है। इस प्रतियोगिता में जीत हासिल करने वाले खिलाड़ी 6 से 7 अक्टूबर को गुरुग्राम में होने वाली कैडेट और सब जूनियर प्रतियोगिता में भाग लेंगे।


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