अब भारत की गौरवशाली संस्कृति का पाठ पढ़ाएंगे विशेष विशेषज्ञ : डॉ. रामेंद्र सिंह
विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान एवं सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक-प्रशिक्षकों के लिए 451वीं अनुस्थापन पाठ्यक्रम कार्यशाला का आयोजन होगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान एवं सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक-प्रशिक्षकों के लिए 451वीं अनुस्थापन पाठ्यक्रम कार्यशाला का आयोजन होगा। यह कार्यशाला 24 सितंबर से 5 अक्टूबर 2019 तक संस्कृति भवन, कुरुक्षेत्र में किया जा रहा है। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक एवं सीसीआरटी एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य डॉ. रामेंद्र सिंह ने बताया कि कार्यशाला में संपूर्ण भारतवर्ष के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्रों (डाइट) में सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। कार्यशाला का आयोजन विशेष विशेषज्ञ तैयार करना है, जो वर्तमान में चल रही शिक्षा के साथ-साथ भारत की गौरवशाली संस्कृति के बारे में भी नई पीढ़ी को अवगत कराएं। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य भाषा, गणित, विज्ञान जैसे विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षक भारत और उसकी सांस्कृतिक विरासत का ज्ञान अपने विद्याíथयों को कैसे दे सकें। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था रहेगी। इस कार्यशाला में भारत का सांस्कृतिक इतिहास, शिक्षा में नवाचार, राजभाषा नीति और उसकी संवैधानिक स्थिति, गांधी जी का शिक्षा दर्शन, भारत में क्राफ्ट, अभिनय, संगीत, नृत्य की परंपराओं का ज्ञान भी कराया जाएगा। भारत की भावी पीढ़ी को शिक्षा के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहरों की जानकारी पहुंचाने की दिशा में यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है।