25 दिन की जांच के बाद भी कुछ सामने नहीं आ रहा
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : झांसा की द¨रदगी की शिकार छात्रा व छात्र की मौत की जांच के मामल
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : झांसा की द¨रदगी की शिकार छात्रा व छात्र की मौत की जांच के मामले में एसआइटी बस अब हांफने ही लगी है। मामले में 25 दिन की जांच के बाद भी कुछ सामने नहीं आ रहा है। पुलिस के लिए 9 जनवरी से 11 जनवरी के बीच का समय पहली बना हुआ है। वहीं पुलिस केवल अब डाक्टरों की ओपिनियन पर अटकी हुई है। पीड़ित परिवार आज भी पुलिस की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। मगर पुलिस की ओर से बताया जा रहा है कि अभी कुछ ठोस नहीं मिला है। मगर पुलिस अभी जांच जारी रखे हुए है।
दसवीं कक्षा की छात्रा व बारहवीं कक्षा का छात्र गुलशन आखिरी बार गांव में नौ जनवरी को देखे गए। उसी दिन शाम को दोनों गायब हो गए। इसके बाद दोनों के शव ही मिले। गांव से जाने व शव मिलने के बीच की कहानी से पुलिस पर्दा ही नहीं उठा पा रही है। दोनों नौ जनवरी को गायब हुए। छात्रा का शव 12 व छात्र का शव 16 जनवरी को मिला। डाक्टरों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर नजर डाली जाए तो दोनों की मौत का समय 10 व 11 जनवरी के बीच ही रहा होगा। पुलिस अब तक 9,10 व 11 जनवरी तक गांव के आसपास चलने वाले तमाम मोबाइल नंबरों को खंगाल चुकी है। इनसे कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं छात्र का शव मिलने के स्थान से लेकर छात्रा का शव मिलने की एक सौ किलोमीटर की दूरी पर भी सर्च किया गया। मगर न कोई चश्मदीद मिल रहा है और न ही कोई सुराग ही हाथ लग रहा है। एफएसएल की रिपोर्ट भी कुछ खास नहीं दे सकी है। हालांकि इसमें यह बताया गया है कि छात्रा के शरीर में पुरूष सीमन नहीं पाया गया है। मगर मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। एसआईटी मामले की जांच को लगभग पूरा कर चुकी है। इसमें शामिल मुलाजिम अब धीरे धीरे सुस्त पड़ने लगे हैं। इसका मुख्य कारण कुछ हाथ न लगना है। इसके बावजूद पुलिस जांच के काम को रोकने में राजी नहीं है। पुलिस अब छात्रा व छात्र के शव का पोस्टमार्टम करने वालों डाक्टरों की ओपिनियन लेगी। इसके बाद बताया जाएगा कि दोनों की मौत कैसे हुई। कुल मिलकर मामला पहेली बना हुआ है। एसआइटी इंचार्ज डीएसपी धीरज कुमार का दावा है कि मामले की जांच सही दिशा में चल रही है। उनका कहना है कि मामले का शीघ्र खुलासा होगा।