भारतीय संस्कृति की छठा बिखेर गया अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव में उत्तर भारत समेत देश की संस्कृति के रंग देखने को मिले। यह हरियाणा और पंजाब सहित सात राज्यों के कलाकारों ने अपने प्रदेश की संस्कृति की छठा बिखेरी।
संवाद सहयोगी, पिहोवा : अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव में उत्तर भारत समेत देश की संस्कृति के रंग देखने को मिले। यह हरियाणा और पंजाब सहित सात राज्यों के कलाकारों ने अपने प्रदेश की संस्कृति की छठा बिखेरी।
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव में बुधवार को हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड व प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में मुख्य मंच पर सुबह के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ मंहत भल्ले गिरी, एसडीएम डॉ. संजय कुमार, बोर्ड के अतिरिक्त सीइओ एवं नगर निगम यमुनानगर के संयुक्त आयुक्त भारत भूषण शर्मा, नगरपालिका के अध्यक्ष अशोक सिगला ने दीप प्रज्वलित कर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ वीणा वादन व नगाड़े की थाप से किया गया।
एनजेडसीसी के कार्यक्रम अधिकारी राजेश वसी ने बताया कि उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला की ओर से मनीपुर के कलाकारों ने थनगटा, मिजोरम के कलाकारों ने क्रयू, असम के कलाकारों ने राभा, त्रिपुरा के कलाकारों ने होझी गिरी और असम के कलाकारों ने बिहू लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। लोक कलाकार हरविद्र राणा ने लोक गीतों और नृत्य से युवा पीढ़ी को नशे जैसी कुरीतियों से दूर रहने का संदेश दिया। पिहोवा के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने पंजाबी, हरियाणवीं लोक गीतों और भंगड़े व गिद्दा की प्रस्तुति दी। शिल्प और लोक कला के संगम से पिहोवा को मिली पहचान
तीन दिवसीय महोत्सव में पिहोवा को विश्व में नई पहचान मिली है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि महोत्सव में हजारों पर्यटक शिल्प मेले और सांस्कृतिक लोक कला के दर्शन किए। यहां जमकर खरीदारी करने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।
ब्रांड अंबेसडर का काम करेंगी स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं
महोत्सव का पांच हजार स्वयं सहायता समूहों की 50 हजार महिलाओं ने अवलोकन किया। ये सब प्रदेश में ब्रांड अंबेस्डर का काम करेंगी। जिला कार्यक्रम प्रबंधक टीके राणा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव सरस्वती घाट के पवित्र तट पर 27 से 29 जनवरी को आयोजित किया गया।