लाडवा अनाज मंडी में पड़े धान के छह लाख कट्टे
किसान हितैषी कहने वाले भाजपा सरकार ने शनिवार को किसानों की धान की फसल की खरीद नहीं की। अब रविवार से खरीद शुरू होने की बात कही जा रही है।
संवाद सहयोगी, लाडवा : किसान हितैषी कहने वाले भाजपा सरकार ने शनिवार को किसानों की धान की फसल की खरीद नहीं की। अब रविवार से खरीद शुरू होने की बात कही जा रही है। धान की फसलों को बेचने के लिए किसानों व आढ़तियों को सड़कों पर उतरना पड़ा। इनेलो नेता जगदीप दुगारी ने कहा कि पहली बार देखने को मिला है कि सरकार ने धान की सरकारी खरीद एक अक्टूबर से न करवाकर 11 अक्टूबर से करने की घोषणा की। सरकारी खरीद शुरू न होने से लाडवा अनाज मंडी में करीब छह लाख कट्टा धान का बिकने के लिए पड़ा हुआ है। मंडी में धान रखना तो दूर, पांव रखने तक की जगह नहीं रहेगी। आज भी स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। किसानों का धान मंडी में बिना बिकने के लिए रुलता फिर रहा है।
मार्केट कमेटी के आंकड़ों के अनुसार लाडवा अनाज मंडी में इस समय करीब छह लाख कट्टे यानि की करीब डेढ़ लाख क्विटल धान बिकने के लिए पड़ी हुई है। पिछले वर्ष अब तक लाडवा अनाज मंडी में करीब 70-80 हजार क्विटल धान पहुंची थी। खरीद न होने से किसान न केवल मायूस है, बल्कि अपनी फसलों को लेकर चितित भी हैं। किसानों के पास न तो धान को रोकने के लिए पर्याप्त जगह है और न ही साधन। ऊपर से हर रोज बदलता मौसम किसानों की चिता बढ़ा रहा है।
अभी नहीं आए खरीद के कोई आदेश : मार्केट कमेटी सचिव लाडवा मार्केट कमेटी सचिव अखिलेश शर्मा ने बताया कि धान खरीद के उनके पास अभी कोई आदेश नहीं है। आदेश आते ही धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी है। अनाज मंडी में इस समय करीब छह लाख कट्टे धान के खरीद के लिए आए हुए है। किसान आलू की फसल लगाने के लिए अगेती धान लगाने लगे है जो तीन महीने में पककर तैयार हो जाती है, इसलिए इस बार मंडी में अब तक छह लाख क्विटल धान बिकने के लिए पहुंच चुकी है।