328 स्वरूपों के मामले को लेकर प्रदेश के सिखों ने किया प्रदर्शन
कुरुक्षेत्र। सिख संगत ने लापता 328 स्वरूपों को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) अमृतसर के सब-ऑफिस के बाहर धरना दिया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सिख संगत ने लापता 328 स्वरूपों को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) अमृतसर के सब-ऑफिस के बाहर धरना दिया। इसकी अगुवाई एडवोकेट अंग्रेज सिंह पन्नू ने की। धरने पर बैठी संगत ने पहले सतनाम वाहेगुरु का जाप किया और इस के बाद एसजीपीसी अमृतसर के खिलाफ नारेबाजी की। स्टाफ ने सुरक्षा की ²ष्टि से सब-ऑफिस के मुख्य द्वार को बंद कर दिया। जिस पर प्रदर्शनकारियों ने गेट पर खड़े होकर एसजीपीसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने एसजीपीसी अमृतसर से लापता 328 श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों की बरामदगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
एडवोकेट अंग्रेज सिंह पन्नू ने कहा एसजीपीसी अमृतसर ने स्वरूपों के गायब होने संबंधित रिपोर्ट को पूर्ण तौर पर सार्वजनिक नहीं किया है। इससे एसजीपीसी की मंशा पर संदेह होता है। ऐसा प्रतीत होता है एसजीपीसी उन आरोपितों के साथ मिली है, जिन्होंने स्वरूप गायब किए हैं। एडवोकेट पन्नू ने कहा कि वे सिख जत्थेबंदियों से विचार-विमर्श करके हाईकोर्ट से इस मामले की तहकीकात करने बारे फैसला ले सकते हैं।
अपार सिंह किशनगढ़ व गुरुजीत सिंह ठरवा माजरा ने कहा कि जब तक 328 स्वरूप बरामद नहीं हो जाते और आरोपितों के ऊपर फौजदारी केस दर्ज नहीं होते तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। संगत की ओर से कोरोना महामारी के चलते सांकेतिक धरना दिया गया था। एसजीपीसी ने अपनी जिम्मेवारी सही ढंग से नहीं निभाई तो बड़ा आंदोलन करेंगे। इस मौके पर परमजीत सिंह बब्बू, गुरुबख्श सिंह, कुलदीप सिंह, संग्राम सिंह प्योंत, प्रताप सिंह बांसा, गुरनाम सिंह, कंवलजीत सिंह, राजविद्र सिंह, गुरविद्र सिंह चीम्मा, अर्षदीप सिंह, कुलवंत सिंह व रणजीत सिंह मौजूद रहे।