रक्षा बंधन पर बसों के लिए मारा-मारी
प्रदेश सरकार की ओर से रक्षाबंधन पर बहनों को किराये से छूट देने के चलते दोपहर बाद बस अड्डों पर भीड़ उमड़ पड़ी। बहनों को अपने भाइयों तक पहुंचने के लिए घंटों बसों को इंतजार करना पड़ा। लंबे इंतजार के बाद जब बस भी मिली तो उसमें सवार होने के लिए महिलाओं को धक्का-मुक्की सहनी पड़ी। पहले से यात्रियों से खचाखच भरी बस में बहनें बड़ी मशक्कत के बाद ही सवार हो पाई। भीड़ के चलते छोटे बचों को तो खिड़कियों से अंदर धक्का देना पड़ा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश सरकार की ओर से रक्षाबंधन पर बहनों को किराये से छूट देने के चलते दोपहर बाद बस अड्डों पर भीड़ उमड़ पड़ी। बहनों को अपने भाइयों तक पहुंचने के लिए घंटों बसों को इंतजार करना पड़ा। लंबे इंतजार के बाद जब बस भी मिली तो उसमें सवार होने के लिए महिलाओं को धक्का-मुक्की सहनी पड़ी। पहले से यात्रियों से खचाखच भरी बस में बहनें बड़ी मशक्कत के बाद ही सवार हो पाई। भीड़ के चलते छोटे बच्चों को तो खिड़कियों से अंदर धक्का देना पड़ा।
सरकार की ओर से 14 अगस्त को 12 बजे के बाद से 15 अगस्त रात 12 बजे तक बसों में महिलाओं की यात्रा को फ्री किया गया है। लेकिन इस योजना के लिए सरकार की ओर से पर्याप्त बसों के प्रबंध नहीं किए गए हैं। पहले से यात्रियों से भरकर चलने वाली बसों में त्योहार पर मिली सुविधा के बाद तिल तक रखने की जगह नहीं मिली। रक्षा बंधन से एक दिन पहले दोपहर 12 बजे के बाद से ही जिला भर में बस अड्डों पर महिलाओं की भीड़ बढ़ने लगी थी। शाम होते-होते यही भीड़ विकराल हो गई। नए बस अड्डे पर बस का इंतजार कर रही महिला संतरो ने बताया कि उसे अपने मायके पूंडरी जाना है। वह पिछले एक घंटे से बस अड्डे पर खड़ी है कोई बस नहीं आई। इतने समय में एक बस आई थी उसी में पांव तक रखने की जगह नहीं थी। दूसरी महिला अनिता ने कहा कि इतनी भीड़ में छोटे बच्चे को गोद में उठाकर सवार हो पाना मुश्किल हो रहा है। इसी तरह का नजारा पुराने बस अड्डे, थर्ड गेट, पिपली चौक, शाहाबाद व लाडवा का भी रहा।