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शाहाबाद चीनी मिल को मिला तकनीकी दक्षता में प्रथम अवार्ड

संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद सहकारी चीनी मिल को तकनीकि दक्षता क्षेत्र में, अन्य रिकवरी

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 01:11 AM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 01:11 AM (IST)
शाहाबाद चीनी मिल को मिला तकनीकी दक्षता में प्रथम अवार्ड
शाहाबाद चीनी मिल को मिला तकनीकी दक्षता में प्रथम अवार्ड

संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद सहकारी चीनी मिल को तकनीकि दक्षता क्षेत्र में, अन्य रिकवरी जोन में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार सोमवार सायं दिल्ली स्थित एनसीयूवाई ऑडिटोरियम में कंज्यूमर एफेयर, फूड, पीडी एवं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सीआर चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंग लिमिटेड पंचकूला के चेयरमैन चंद्रप्रकाश कथूरिया, शुगर मिल के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार को प्रदान किया।

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शाहाबाद शुगर मिल पहुंचने पर मिल के विभागाध्यक्ष, निदेश मंडल के सभी सदस्य, कर्मचारी, अधिकारियों व यूनियन के पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। पत्रकारो ंसे बातचीत में प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि शाहाबाद सहकारी चीनी मिल को वर्ष 2017-18 के लिए तकनीकी दक्षता में प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने बताया कि इस सीजन में 85 लाख 38 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई करके 9 लाख 2 हजार ¨क्वटल चीनी का उत्पादन किया गया, जबकि 567.73 किलोवाट बिजली का निर्यात करके लगभग 23 करोड़ रुपये अतिरिक्त आय हुई। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा डाले गए गन्ने का भुगतान जो 2 अरब 81 करोड़ 44 लाख रुपये बनता है वह बैंक के माध्यम से किसानों के खाते में डाल दिया गया है, जोकि किसानों को पूरा पैसा भुगतान करने वाली पहली शुगर मिल बन गई है। उन्होंने बताया कि शाहाबाद चीनी मिल का इतिहास गौरवमयी रहा है और अब तक टेक्निकल एफिसिएंसी में 14 बार, केन डेवलपमेंट में 4 बार, वित्तीय प्रबंधन में 2 बार तथा 6 बार बेस्ट सहकारी चीनी मिल का इनाम प्राप्त कर चुकी है। उन्होंने बताया कि समूचे हरियाणा में अपनी प्रकार का प्रथम 60 केएलपीडी उत्पादन क्षमता का इथनोल प्लांट शाहाबाद सहकारी चीनी मिल में लगने को भारत सरकार से हरी झंडी मिल गई है। उन्होंने यह भी बताया कि ज्यादा से ज्यादा एक वर्ष के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा और उत्पादन शुरू कर देगा। इस पर अनुमानित 82 करोड़ रुपये लागत आएगी।

मिल के गन्ना प्रबंधक जस¨वद्र ¨सह ढींढसा के अनुसार इसमें इथनोल बनेगा जो पेट्रोलियम कंपनियों को सप्लाई होगा और शीरा अब पेट्रोल के भाव बिकेगा।


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