छात्रा से द¨रदगी के 10 दिन बाद खुला स्कूल
- गांव झांसा की छात्रा व छात्र की मौत का मामला संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : झांसा की द¨र
- गांव झांसा की छात्रा व छात्र की मौत का मामला
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद :
झांसा की द¨रदगी की शिकार छात्रा व मृतक छात्र का स्कूल दस दिन बाद खुला। स्कूल में न पहले जैसी चहल पहल थी और न ही हंसी ठिठोली। इस स्कूल ने दस दिन पहले जहां दसवीं की छात्रा को खोया है वहीं बारहवीं के छात्र की भी यादें ही बाकी रह गई हैं। दोनों नौ जनवरी को ही अंतिम दिन विद्यालय में आए थे। इस विद्यालय पर दस रोज से ताला लटका हुआ था।
गांव के प्राइवेट स्कूल में ही छात्रा व छात्र पढ़ते थे। किसी ने नहीं सोचा था कि जो छात्रा गलियों में बेपरवाह होकर गुजरती थी और पढ़ लिखकर बड़ा बनने का सपना संजोए थी। उसका शव क्षत विक्षत हालत में गांव से 120 किलोमीटर दूर मिलेगा। वहीं छात्र गुलशन का शव बटहेड़ा नहर से मिला। दोनों का स्कूल मंगलवार को खुला तो अवश्य मगर छात्रों के चेहरों पर वह रौनक नहीं थी। मौत का ग्रास बने दोनों विद्यार्थियों के सहपाठियों के चेहरों पर दहशत के भाव थे। स्कूल में यही चर्चा रही कि आखिर कौन थे इस मामले के पीछे। कैसे हुआ इतना बड़ा अत्याचार। पुलिस कहां तक पहुंची। मगर अभी किसी भी सवाल का जवाब नहीं मिल रहा है। इस मामले में भले ही जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग बार बार दावा कर रहे हैं कि मामले का हर हाल में खुलासा होगा। मगर ग्रामीणों में चर्चा है कि आखिर कब वह दिन आएगा। जहां स्कूलों में हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं वहीं गांव में अभी भी अपने ब?ाों को लेकर अभिभावक ¨चतित रहते हैं। ग्रामीण अपने बच्चों की दिन ढलने से पहले घर वापसी सुनिश्चित करने लगे हैं। अभिभावक परीक्षा के दिनों को लेकर अब बच्चों की मानसिकता सामान्य करने में जुटे हैं। गांव का यह डबल मर्डर केस जो कि अभी तक अनसुलझा है। इस केस ने खासकर छात्रों को भीतर तक झकझोर कर रख दिया है। वहीं अब मौत का ग्रास बने छात्रा व छात्र के घर नेताओं का आना बंद हो गया है। अब ग्रामीणों की निगाह पुलिस की ओर है। इस सप्ताह पुलिस अब तक के पूरे परिश्रम का निचोड़ दे सकती है। पुलिस का दावा है कि मामला जल्द खोल दिया जाएगा।
गांव में जारी जांच कार्य
पुलिस की टीमों ने गांव के ग्राम सचिवालय में अभी भी डेरा डाला हुआ है। यह टीमों मोबाइल नंबरों को खंगाल रही हैं। खासकर उस नंबर की तलाश हो रही है जो कि इस केस में मुख्य ¨बदु साबित हों। ताकि केस का सुराग हासिल किया जा सके। मोबाइल खंगालने में यदि खास हाथ लगा तो केस खुलने में अधिक समय नहीं लगेगा।
केमिकल व ओपिनियन पर नजर
पुलिस ने छात्रा व छात्र के पोस्टमार्टम के बाद रोहतक में केमिकल एग्जामिनेशन के सैंपल भिजवाए थे। इसकी रिपोर्ट बुधवार को एफएसएल की ओर से दी जानी है। इसमें पता चलेगा कि छात्रा दुष्कर्म का शिकार हुई या नहीं। छात्रा व छात्र की मौत के मुख्य कारण क्या रहे। वहीं पुलिस पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की भी ओपिनियन लेगी।