अपने साथ बहन के परिवार का भी इकलौता सहारा था मृतक संतलाल
संवाद सहयोगी लाडवा : गांव भूतमाजरा के पास ट्रैक्टर-ट्राले के नीचे दबकर मौत का शिकार हुअ
संवाद सहयोगी लाडवा : गांव भूतमाजरा के पास ट्रैक्टर-ट्राले के नीचे दबकर मौत का शिकार हुआ संत लाल परिवार को बेसहारा छोड़ गया है। छह बहनों में इकलौते भाई संतलाल के ऊपर अपने परिवार के साथ-साथ अपनी मृतक बहन के परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेवारी थी। जिसे वह ट्रैक्टर चलाने की नौकरी कर पूरा कर रहा था, लेकिन बुधवार सुबह हुए हादसे में उसकी मौत के बाद दोनों परिवार बेसहारा हो गए है। मृतक अपने पीछे विधवा मां, पत्नी व दो बच्चों को छोड़ गया। जिसमें बड़ा लड़का 11 वर्ष का लड़की 9 वर्ष की है। छह बहनों में से एक बहन की मृत्यु होने और बहन का पति मानसिक रूप से परेशान होने के कारण बहन के दोनों बच्चों की जिम्मेवारी उसके ऊपर थी और वह उन्हीं के पास रहते है। मृतक के पिता की भी करीब 6-7 साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। मृतक की मौत से न केवल परिवार पर जैसे पहाड़ टूट पड़ा, बल्कि उसकी मौत से गांव में भी मातम छा गया। मृतक करनाल जिले के गांव ननदी का रहने वाला था और पास के ही गांव भोजी के अमरजीत के ट्रैक्टर पर ड्राइवर का काम करता था। बुधवार को सुबह मृतक ट्रैक्टर-ट्राले से रेत उतारकर पुलिस से बचते-बचाते ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से होते हुए वापिस अपने गांव लोट रहा था। गांव भूतमाजरा से वाया मुरादनगर होते हुए जब वह वापिस आ रहा था तो दोनों गांवों के बीच ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ने से ट्रैक्टर सड़क किनारे करीब 10-12 फूट नीचे खेतों में पलट गया। ठंड का मौसम तथा सुबह 3-4 बजे की घटना होने के कारण उस समय सड़क पर कोई नहीं गुजरा। संत लाल की मृत्यु के बाद मृतक की पत्नी के सामने अपनी विधवा सास सहित चार बच्चों के पालन-पोषण की गंभीर समस्या पैदा हो गई है। संत लाल की मौत की खबर से परिजन सदमे में है।