संतों का काम सद्कर्मों की ओर ले जाना: पुरी
गांव अरुणाय स्थित शक्तिपीठ में अमेरिका से पहुंचे श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के संत महामंडलेश्वर स्वामी हरीशचंद्रपुरी के सान्निध्य में वार्षिक भंडारा आयोजित किया गया। इसमें दूर दराज से आए संत महात्माओं व श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
संवाद सहयोगी, पिहोवा
गांव अरुणाय स्थित शक्तिपीठ में अमेरिका से पहुंचे श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के संत महामंडलेश्वर स्वामी हरीशचंद्रपुरी के सान्निध्य में वार्षिक भंडारा आयोजित किया गया। इसमें दूर दराज से आए संत महात्माओं व श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
महामंडलेश्वर पुरी ने कहा कि संतों का काम समाज को जन कल्याण की राह दिखाना है। सेवा के सभी रास्ते ईश्वर की कृपा की ओर लेकर जाते हैं। साधु समाज के अध्यक्ष महंत बंसी पुरी ने कहा कि महामंडलेश्वर पुरी अमेरिका के न्यूयार्क में सनातन संत संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए लंबे समय से कार्यरत हैं। वहां के मूल निवासी भारतीय संस्कृति, योग व अध्यात्म के कायल हैं। पंजाब से पहुंची महामंडलेश्वर विद्या गिरी ने कहा कि मानव धर्म के मार्ग से भटक कर हिसक पशु प्रवृति की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों से कहा कि अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति व नैतिकता से जरूर जोड़ें। भौतिक व सांसारिक सुख जीवन ना होकर केवल जीने की जरुरते हैं। भंडारे से पूर्व हवन यज्ञ भी आयोजित किया गया। संगमेश्वर मंदिर सेवादल के सदस्यों ने भंडारे की पूरी व्यवस्था संभाली। सेवादल के प्रबंधक भूषण गौतम ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी हरीशचंद्र पुरी की ओर से हर साल शक्तिपीठ में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस मौके पर संगमेश्वर महादेव मंदिर की ओर से मंहत विश्नाथ गिरी, बगलामुखी मंदिर से महंत भीम पुरी, स्वामी उत्तम गिरी, महंत विजय गिरी, स्वामी लक्ष्मी नारायण पुरी, महंत चमन गिरी, महंत लाल गिरी, सेवादल प्रबंधक भूषण गौतम, स्वामी रवि गिरी फरल मौजूद रहे।