एम्स की एमडी प्रवेश परीक्षा में सचिन ने प्राप्त किया ऑल इंडिया 11वां रैंक
यदि कड़ी मेहनत आपका हथियार है तो सफलता आपकी गुलाम हो जाएगी..। इन्हीं वाक्यों को आदर्श बनाया है कुरुक्षेत्र के सेक्टर चार निवासी डा. सचिन गोयल ने। दिल्ली के मोलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद उन्होंने एम्स की एमडी प्रवेश परीक्षा में ऑल इंडिया में 11वां रैंक प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि से उनके माता-पिता और परिवार के दूसरे सदस्यों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बताया कि एमडी और डीएम दोनों ही परीक्षाओं में 33 हजार से ज्यादा ने प्रवेश परीक्षा दी थी जिसमें से उनका 11वां रैंक आया है। यह परिणाम वीरवार देर रात को एम्स की ओर से जारी किया गया। डा. सचिन मेडिसन या रेडियोग्राफर बनना चाहते हैं ताकि मरीजों का उपचार कर सके।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र
यदि कड़ी मेहनत आपका हथियार है तो सफलता आपकी गुलाम हो जाएगी..। इन्हीं वाक्यों को आदर्श बनाया है कुरुक्षेत्र के सेक्टर चार निवासी डा. सचिन गोयल ने। दिल्ली के मोलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद उन्होंने एम्स की एमडी प्रवेश परीक्षा में ऑल इंडिया में 11वां रैंक प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि से उनके माता-पिता और परिवार के दूसरे सदस्यों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बताया कि एमडी और डीएम दोनों ही परीक्षाओं में 33 हजार से ज्यादा ने प्रवेश परीक्षा दी थी, जिसमें से उनका 11वां रैंक आया है। यह परिणाम वीरवार देर रात को एम्स की ओर से जारी किया गया। डा. सचिन मेडिसन या रेडियोग्राफर बनना चाहते हैं ताकि मरीजों का उपचार कर सके। 10 से 12 घंटे रोजाना कर रहे थे तैयारी, पांच माह में साधा लक्ष्य
डा. सचिन कहते हैं कि किसी भी लक्ष्य को आसानी से साधा नहीं जा सकता। इसके लिए कड़ी मेहनत और परिश्रम लगता है। उनकी एमबीबीएस इंटर्नशिप दिसंबर 2019 में पूरी हुई थी। इसके बाद से वे एमडी की तैयारी कर रहे हैं। डा. सचिन बताते हैं कि वे रोजाना 10 से 12 घंटे एमडी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पांच महीने तक कठिन परिश्रम करने के बाद यह फल प्राप्त हुआ है। पिता बिजनेसमैन, छोटा भाई कर रहे है रोहतक से एमबीबीएस
डा. सचिन के पिता मोहन लाल बिजनेसमैन हैं। लाडवा में उनका ईंट भट्ठा है और माता रेखा देवी गृहिणी हैं। वहीं उनका छोटा भाई डा. निखिल गोयल रोहतक पीजीआइएमएस से एमबीबीएस कर रहा है। डा. सचिन ने कहा कि 14 जून को ही पीजीआइ ने भी एमडी प्रवेश परीक्षा ली थी, जिसका परीक्षा परिणाम इसी सप्ताह या अगले सप्ताह आ जाना है। परीक्षा परिणाम आने के बाद वे कोई निर्णय लेंगे कि कौन सी ब्रांच से आगे पढ़ाई करनी है। उन्होंने बताया कि एक तरफ मेडिसन जहां उनका पैशन है वहीं रेडियोग्राफर वक्त की मांग है। देश में रेडियोग्राफर बहुत ही कम है, जबकि मेडिसन में नई-नई जानकारी मिलती है।