नियमित उपचार से तंदरुस्त हो सकते हैं मानसिक रोगी : डॉ.कांबोज
कांबोज अस्पताल के संचालक डॉ.अभिलव कांबोज ने बताया कि नियमित उपचार करने से मानसिक रोगी तंदरुस्त हो सकता है। इसलिए मानसिक रोगियों को अपने उपचार में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। वे शनिवार को श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी की ओर से आयोजित नेत्र एवं मानसिक रोग के निश्शुल्क जांच शिविर के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: कांबोज अस्पताल के संचालक डॉ.अभिलव कांबोज ने बताया कि नियमित उपचार करने से मानसिक रोगी तंदरुस्त हो सकता है। इसलिए मानसिक रोगियों को अपने उपचार में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। वे शनिवार को श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी की ओर से आयोजित नेत्र एवं मानसिक रोग के निश्शुल्क जांच शिविर के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने बताया कि उदासी, चिता, चिड़चिड़ापन, कमजोरी, आत्महत्या के विचार आना, घबराहट, हाथ पांव में कंपन, बेचैनी, डर लगना, बार-बार हाथ धोना, सिर दर्द, चक्कर आना, उल्टी का मन होना आदि मानसिक रोग के प्राथमिक लक्षण हो सकते है। इसके अलावा हिस्टीरिया, बेहोश होना, मिरगी का दौरा पड़ना, बेवजह शक, अ²श्य आवाजें सुनाई देना आदि लक्षण भी मानसिक रोगी में दिखाई देते हैं। इनका समय रहते उपचार करने से मरीज रोग मुक्त हो सकता है। शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.अर्चना कांबोज ने बताया कि खान-पान में लापरवाही बरतने और शुगर का उचित उपचार न लेने से अधिकांश मरीजों में सफेद मोतिया की शिकायतें सामने आ रही हैं। यदि समय रहते सफेद मोतिया का उपचार करवाया जाए, तो मरीज के नेत्रों में पुतली सुरक्षित रह जाती है। शिविर में डॉ. अभिलव कांबोज ने करीब दो दर्जन मानसिक रोगियों की जांच कर उन्हें निश्शुल्क दवाइयां दी, जबकि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.अर्चना ने 100 से भी ज्यादा मरीजों की आंखों का निरीक्षण कर उन्हें दवाई दी। शिविर में ऑपरेशन के लिए भी 20 मरीजों को चयन किया गया, जिनके सोसायटी द्वारा ऑपरेशन करवाएं जाएंगे। इस अवसर पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के मैनेजर अमरेंद्र सिंह, सोसायटी के मुख्य सेवादार कुलवंत सिंह, सचिव रघबीर सिंह, कोषाध्यक्ष सुखविद्र सिंह व प्रितपाल सिंह मौजूद रहे।