कुवि में शिक्षकों की भर्ती जल्द होना मुश्किल
- कुवि प्रशासन के दावे फेल, अब दूसरी बार हो रही आवेदनों की छंटनी - कमेटियां बदल
- कुवि प्रशासन के दावे फेल, अब दूसरी बार हो रही आवेदनों की छंटनी - कमेटियां बदल रही हैं बार-बार निर्णय जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी का दंश अभी कुछ ओर दिन विद्यार्थियों को झेलना ही होगा। कुवि प्रशासन भले ही शिक्षकों की भर्ती जल्द करने का दावा करता रहा हो, लेकिन अपने वायदे को पूरा करने में कुवि प्रशासन नाकाम रहा है। कुवि प्रशासन की ओर से भर्ती के नाम पर बनाई गई कमेटियां ही बार-बार निर्णय बदल रही हैं। पहले आवेदनों की छंटनी की जा चुकी है उस समय कुछ और नियम थे, लेकिन अब नियमों में ढील दे दी गई है। ऐसे में कुवि विभागों में आवेदनों को दोबारा छंटनी के लिए भेजा गया है। अब कब आवेदन छंटनी होकर आएंगे और उसके बाद प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।
कुवि प्रशासन की ओर से सितंबर 2017 में कुवि में लगभग शिक्षकों के विभिन्न 130 पदों पर आवेदन मांगे थे। आवेदन तो भर दिए गए, लेकिन कुवि प्रशासन की ओर से भर्ती प्रक्रिया में इतनी देरी कर दी गई है कि आवेदनकर्ताओं को भी अब भर्ती की उम्मीद नहीं है। कुवि की ओर से अभी तक भर्ती प्रक्रिया का पहला कार्य ही किया जा रहा है। इसी में कुवि अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। कुवि प्रशासन की ओर से पहले आवेदनों की छंटनी की जा चुकी है। जिसके बाद परीक्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया गया था। उसके बाद साक्षात्कार होगा, लेकिन कुवि प्रशासन की ओर से बार-बार छंटनी ही कराई जा रही है। दोबारा छंटनी के लिए सभी आवेदनों को विभागों में भेजा गया है। न्यायालय के डर से दे दी गई नियमों में ढील कुवि प्रशासन की ओर से भर्ती प्रक्रिया के लिए कमेटियों को गठन किया गया है। जिनमें से एक मुख्य कमेटी ने यह निर्णय लिया है कि कोई न्यायालय में न जाए और भर्ती प्रक्रिया में कोई अड़ंगा न हो। इसलिए नियमों में ढील दी गई है। मुख्य ढील शोध जर्नल में छपने वाले शोध पत्रों में दी गई है। जिसके अंक आवेदनकर्ता को मिलते हैं। पहले नियमों के अनुसार कई शोध जर्नल के शोध पत्रों को बाहर किया गया था, लेकिन अब लगभग सभी शोध जर्नल को शामिल किया गया है। बाक्स
कुलपति ने कई बार दोहराया है सत्र के शुभारंभ पर मिल जाएंगे शिक्षक कुवि कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा पिछले एक साल से ही यह दावा कर रहे थे कि सत्र 2018-19 के प्रारंभ में ही विभागों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जाएगी। यह एक बार नहीं कुलपति की ओर से बार-बार कहा गया है। जब भी पत्रकारों के समक्ष कुलपति आए उन्होंने इसे ही हर बार दोहराया है, लेकिन जैसी कार्यशैली कुवि प्रशासन की है उससे साफ है कि जल्द शिक्षकों की भर्ती संभव ही नहीं हो सकती। कई विषयों की हो चुकी है छंटनी प्रक्रिया : डॉ. अशोक शर्मा डॉ. अशोक शर्मा ने बताया कि कुवि प्रशासन की ओर से भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा। कई विषयों की छंटनी प्रक्रिया पूरी कर द विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डाल दी गई है। अन्य भी जल्द कर दी जाएगी। नियमों के ढील विषय पर उन्होंने कहा कि यह प्रशासन के स्तर पर लिया गया है निर्णय हो सकता है वे इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते।