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सर्दी की बारिश में थानेसर में बहे नप के प्रबंध, सड़कों और बाजारों में पानी जमा

सर्दी के मौसम की तेज बारिश ने शहर से लेकर गांवों तक में पानी निकासी के सब दावों को बहा दिया। थानेसर की कॉलोनियों ही नहीं वीआइपी माने जाने वाले सेक्टरों की सड़कों पर पानी जमा हो गया। मुख्य बाजार व शहर की सड़कें पर दिन भर पानी भरा रहा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 09:18 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 09:18 AM (IST)
सर्दी की बारिश में थानेसर में बहे नप के प्रबंध, सड़कों और बाजारों में पानी जमा
सर्दी की बारिश में थानेसर में बहे नप के प्रबंध, सड़कों और बाजारों में पानी जमा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सर्दी के मौसम की तेज बारिश ने शहर से लेकर गांवों तक में पानी निकासी के सब दावों को बहा दिया। थानेसर की कॉलोनियों ही नहीं वीआइपी माने जाने वाले सेक्टरों की सड़कों पर पानी जमा हो गया। मुख्य बाजार व शहर की सड़कें पर दिन भर पानी भरा रहा। शाहाबाद पुल के नीचे घुटनों तक पानी जमा होने से वाहन चालकों को दिनभर परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर परिषद थानेसर के अधिकारी कार्यालय से बाहर नहीं निकले, जबकि कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल में डटे रहे। ऐसे में शहरवासियों की परेशानी और भी बढ़ गई।

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पिछले दो दिनों में 25 एमएम से ज्यादा बारिश हुई थी। बुधवार सुबह ही एक साथ तेज बारिश शुरू हो गई। यह दोपहर तक लगातार चलती रही। सबसे ज्यादा 38 एमएम बारिश थानेसर में हुई, जबकि इस्माईलाबाद में 14 एमएम हुई है। करोड़ों खर्च के बाद बरसाती पानी की निकासी नहीं

शहर भर में सड़कों से बरसाती पानी निकासी की उचित व्यवस्था ना होने पर दिन भर सड़कों पर पानी जमा रहा। हर साल नालों की सफाई और उनके निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद हालात बदतर रही। कुरुक्षेत्र के सेक्टर 17 से लेकर मुख्य बाजार में भी सड़कों पर बरसाती पानी जमा रहा। अंबेडकर चौक और ताऊ देवी लाल चौक से लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल तक वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।

कहां कितनी बारिश हुई

थानेसर - 38

शाहाबाद-14

बाबैन -29

पिहोवा-18

इस्माईलाबाद-14

लाडवा- 27

नोट- सभी आंकड़े एमएम में हैं। थानेसर में ज्यादा बरसात से स्पेशल गिरदावरी की मांग

भाकियू (अ) के नेता रामदिया कन्यान ने कहा कि थानेसर में सबसे ज्यादा बरसात हुई है। अभी कुछ दिन पहले हुई बरसात से गेहूं को राहत नहीं मिली थी। अब दो दिन से जारी बरसात ने निचाई वाले खेतों में पानी भर दिया है। इस पानी से गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। इसके लिए सरकार स्पेशल गिरदावरी करे। ज्यादा दिन तक पानी खड़ा होने से हो सकता है नुकसान

कृषि विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप मील ने बताया कि फिलहाल हुई बरसात से ज्यादा नुकसान नहीं है। इस बरसात से फसलों को फायदा होगा। निचाई के खेतों में ज्यादा दिनों तक पानी खड़ा होने पर फसल प्रभावित हो सकती है। संवाद सहयोगी लाडवा के अनुसार बरसात ने लाडवा प्रशासन की पोल खोल दी है। यह बरसात आमजन के लिए पेरशानी का सबब बनी हुई है। बारिश के कारण पूरे दिन लोग घरों में दुबके रहे। वहीं लाडवा की कई कॉलोनियों व सड़कों पर बरसात का पानी भर गया, जिससे मुसाफिरों, दुकानदारों, कॉलोनी वासियों व आमजन को बहुत परेशानी उठानी पड़ी। इस्माईलाबाद संवाद सहयोगी के अनुसार अनाज मंडी में बरसाती पानी जमा रहने से दुकानदार परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। इस पानी की निकासी ना होने से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यही नहीं आसपास के गंदे नाले तक गंदगी से अटे हुए हैं। कस्बे की अनाज मंडी प्रदेश सरकार के खजाने को हर साल करोड़ों राजस्व देती है। मगर इसके बदले सुविधाएं नाम भर की ही हैं। दुकानदार रजनीश शमर, अनिल और शुभ करण ने बताया कि पहले भी पानी जमा था। अब बरसात के चलते अधिक पानी जमा हो गया है। दुकानदार रमेश मनचंदा, राम करण और रमेश ने बताया कि दुकानों के आगे गंदा पानी जमा रहने से जहां मक्खी मच्छरों की भरमार हो रही है।


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