प्रश्न पत्र लीक मामले की फाइल एक बार फिर खुली
श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई बीएएमएस प्रथम वर्ष की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकल आया है। विश्वविद्यालय ने पहले अपने स्तर पर जांच कराकर प्रश्नपत्र केंद्र तक पहुंचाने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखाकर फाइल को बंद कर दिया था लेकिन शिकायत के बाद ही एक बार फिर इस मामले की जांच शुरू हो गई है। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से आई आयुष विभाग की तीन सदस्यीय कमेटी ने करीब छह घंटे तक कॉलेज में मामले की पड़ताल की। इस दौरान एक लीगल एडवाइजर भी टीम में शामिल रहे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई बीएएमएस प्रथम वर्ष की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। विश्वविद्यालय ने पहले अपने स्तर पर जांच कराकर प्रश्नपत्र केंद्र तक पहुंचाने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखाकर फाइल को बंद कर दिया था, लेकिन शिकायत के बाद ही एक बार फिर इस मामले की जांच शुरू हो गई है।
चंडीगढ़ से आयुष विभाग के तीन सदस्यीय कमेटी ने करीब छह घंटे तक कॉलेज में मामले की पड़ताल की। इस दौरान एक लीगल एडवाइजर भी टीम में शामिल रहे।
गौरतलब है कि जनवरी माह में बीएएमएस प्रथम वर्ष की पदार्थ विज्ञान का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के कर्मचारी को इस बात की सूचना मिली थी, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने इसकी सूचना आयुष विश्वविद्यालय तक पहुंचाई थी और परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच कमेटी बैठा दी थी और इस मामले में एक आउटसोर्सिंग कर्मचारी को बाहर कर दिया था। विश्वविद्यालय ने इस मामले की फाइल को यहीं पर बंद कर दिया था। जबकि इस मामले को आयुर्वेदिक कालेज शिक्षक संघ ने बेहद चितनीय विषय बताया था और स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी। मगर मामला आगे नहीं बढ़ा। राज्यपाल और आयुष विभाग के पास शिकायत पहुंचने के बाद एक बार फिर इस मामले में जांच बैठ गई है। बृहस्पतिवार को आयुष महानिदेशक कार्यालय से निदेशक डा. संगीता नेहरा, डा. सतीश खटकड़ और एडीए आदित्य तीन सदस्यीय टीम यहां पहुंची थी, जिन्होंने परीक्षा नियंत्रक से लेकर केंद्र अधीक्षक और उस कर्मचारी से भी बात की जिसने परीक्षा लीक मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई थी। इस मामले में मंगलवार को एक बार फिर जांच कमेटी लौटकर आ सकती है। स्वतंत्र जांच होनी चाहिए : डा. अशोक राणा
हरियाणा गवर्नमेंट आयुर्वेदिक टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. अशोक राणा ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस मामले पर स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी। यह मामला कोई छोटा-मोटा मामला नहीं है। यह बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ मामला है। ऐसे में बच्चों के साथ न्याय होना चाहिए। इस मामले में गहनता से जांच होनी चाहिए। पता चला है कि आयुष विभाग की टीम ने इस मामले में जांच फिर से बैठाई है। इस मामले पर गंभीरता से जांच होनी चाहिए, ताकि पानी का पानी और दूध का दूध अलग हो सके। टीम जांच कर रही है : डा. बलदेव
श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बलदेव ने बताया कि बृहस्पतिवार को टीम आई थी और अपने स्तर पर जांच करके गई है। इस मामले में जांच कमेटी को जिस भी मदद की जरूरत होगी विश्वविद्यालय प्रशासन तटस्थ है। इस मामले में एक आउटसोर्सिंग कर्मचारी को भी हटाया गया था जो प्रश्न पत्र लेकर जाता था।