शिक्षा का गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन समय की जरूरत : प्रो. सरोज शर्मा
गुरु गोबिद सिंह यूनिवर्सिटी की डीन ऑफ एजुकेशन प्रो. सरोज शर्मा ने कहा है कि एक शिक्षक मानव जाति को तराशने व उसके पॉलिस करने का काम करता है। इसलिए समाज में एक शिक्षक का बड़ा दायित्व है। शिक्षक हजारों वर्ष पूर्व से ही मनुष्य को तराशता सीखाता व प्रशिक्षित करता आया है जिसके कारण ही मनुष्य ने दुनिया में प्रगति की है। वे शनिवार को यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र की ओर से आयोजित शॉर्ट टर्म कोर्स के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गुरु गोबिद सिंह यूनिवर्सिटी की डीन ऑफ एजुकेशन प्रो. सरोज शर्मा ने कहा है कि एक शिक्षक मानव जाति को तराशने व उसके पॉलिस करने का काम करता है। इसलिए समाज में एक शिक्षक का बड़ा दायित्व है। शिक्षक हजारों वर्ष पूर्व से ही मनुष्य को तराशता, सीखाता व प्रशिक्षित करता आया है जिसके कारण ही मनुष्य ने दुनिया में प्रगति की है। वे शनिवार को यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र की ओर से आयोजित शॉर्ट टर्म कोर्स के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि आज उच्च शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है। स्कूल एजुकेशन से लेकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर नए-नए प्रयोग हुए हैं। सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान व राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के माध्यम से निरंतर नए प्रयोग किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन समय की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मानव संसाधन विकास केंद्र की निदेशिका प्रो. नीरा वर्मा ने कहा कि इस सात दिवसीय कोर्स का उद्देश्य प्रतिभागियों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आ रहे बदलावों व चुनौतियों से अवगत कराना था। इस कोर्स में विभिन्न विषयों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रोग्राम कोर्डिनेटर डॉ. तरूणा ढल ने सभी का धन्यवाद किया।