कन्यापूजन और संत-महात्माओं के प्रवचन के साथ महायज्ञ में डाली पूर्णाहुति
गांव धनी रामपुरा 17वां मां बगलामुखी महायज्ञ सवा पांच लाख आहुतियों संत-महात्माओं के प्रवचन सैकड़ों कन्याओं के पूजन व विशाल भंडारे के साथ संपन्न हुआ।
संवाद सूत्र, पिहोवा : गांव धनी रामपुरा 17वां मां बगलामुखी महायज्ञ सवा पांच लाख आहुतियों, संत-महात्माओं के प्रवचन, सैकड़ों कन्याओं के पूजन व विशाल भंडारे के साथ संपन्न हुआ। आचार्य अभिषेक कुश सहित 41 विद्वान ब्राह्मणों ने पूरे विधि-विधान व मंत्रोच्चारण किया। इसमें प्रदेश समेत पंजाब, हिमाचल, गुजरात, दिल्ली व उत्तराखंड से हजारों श्रद्धालुओं ने सवा पांच लाख आहुतियां डालकर अपने सुखमय जीवन की कामना की।
मुख्यातिथि खेल एवं युवा कार्यक्रम के राज्यमंत्री संदीप सिंह, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, सिकंदर बाखली, शिव सेना हिदुस्तान के अध्यक्ष पवन गुप्ता रहे। यज्ञशाला सहित पूरा पंडाल मां पीतांबरा के प्रिय पीले रंग में रंगा था। महामंडलेश्वर 1008 विद्या गिरी ने बताया कि मां भगवती बगलामुखी का महत्व समस्त देवियों में सबसे विशिष्ठ है। मां को पीला रंग अति प्रिय है। उनके पूजन में पीले रंग की सामग्री का उपयोग सबसे ज्यादा होता है।
मंदिर के मुख्य संरक्षक स्वामी बंसी पुरी महाराज, महामंडलेश्वर केशवानंद सरस्वती, महंत विजय गिरी, महंत विश्वनाथ गिरि, स्वामी अनूप गिरी महाराज, संत आत्मविभोर पुरी, स्वामी चमन गिरी, स्वामी लाल गिरी, महेश पुरी, स्वामी जगन्नाथ पुरी, स्वामी खटवांग पुरी, स्वामी रंगनाथ पुरी, प्राचार्य खजान सिंह, सुरेंद्र बंसल व पार्षद गीता डावर मौजूद रहे।