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पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बेचने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे

इस्माईलाबाद । कार में ही भ्रूण लिग जांच करने के मामले में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बेचने वाला भी पुलिस के हत्थे चढ़ा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 07:00 AM (IST)
पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बेचने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे

दीपक शर्मा, इस्माईलाबाद : कार में ही भ्रूण लिग जांच करने के मामले में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बेचने वाला भी पुलिस के हत्थे चढ़ा। आरोपित अंबाला का रहने वाला है। अब पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ कर जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस इस रैकेट की जड़ें खंगालने में लगी है। वहीं सामने आया कि आरोपित ने एक महीने पहले ही एक लाख में मशीन खरीदी थी।

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मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार में भ्रूण लिग जांच करने में मुख्य आरोपित कृष्ण गोपाल ऊर्फ सोनू बजाज को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड में सोनू ने बताया कि उसने अंबाला के दिनेश कालड़ा से यह मशीन एक महीना पहले एक लाख रुपये में खरीदी थी। पुलिस ने सवेरे दबिश देकर दिनेश कालड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब यह जांच रही है कि आखिर मशीन कंपनी से कैसे उपलब्ध हुई, जबकि यह बिना रजिस्ट्रेशन के बिक्री नहीं की जा सकती है। पुलिस यह भी जांच रही है कि ऐसी कितनी मशीनें लोगों तक पहुंच चुकी हैं। इस मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस जी जान से जुटी हुई है। लाखों कमाने की चाहत ले डूबी

एक महीना पहले मशीन एक लाख रुपये में खरीदी थी। इसके बाद तानाबाना बुना कि प्रति ग्राहक से 30 से 40 हजार कमाएगा। यह भी सावधानी बरतता था कि भ्रूण लिग जांच कार में ही कर दिया जाए, ताकि कोई सीधे आसानी से हाथ भी नहीं डाल सके। अभी धंधा चला ही था कि भनक स्वास्थ्य विभाग को लग गई। यह खुलासा मामले में लिग जांच करने वाले मुख्य आरोपित सोनू बजाज ने पुलिस रिमांड में किया है।

मामले में गिरफ्तार दूसरे आरोपित दिनेश कालड़ा ने पुलिस को बताया कि वह मशीन को दिल्ली के एक ट्रेड फेयर से कई महीने पहले साठ हजार में खरीद कर लाया था। मशीन एक नामी कंपनी की है। आरोपित का जवाब पुलिस के गले नहीं उतर रहा है। पुलिस इस जवाब की तलाश में है कि कंपनी से मशीन कैसे बाहर निकली।

स्वास्थ्य विभाग ने भनक तक नहीं लगने दी

स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को इस कद्र मामले को गोपनीय रखा कि किसी को भी भनक नहीं लगने दी कि मुख्य आरोपित रंगे हाथ सैनी माजरा गांव के पास अंबाला-हिसार हाइवे पर ही दबोच लिया जाएगा। पहले लिग जांच करने का काम अंबाला में किया जाना था। विभाग ने एक डिकोये तैयार किया। डिकोये को भी पूरी सुरक्षा निगरानी में रखा गया। इसके बाद आरोपित सैनी माजरा तक आ पहुंचा। यहीं डिकोये की कार में भ्रूण लिग जांच करने में जुट गया। उसी समय स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने दबोच लिया।

मामले की एक-एक परत खोली जाएगी

थाना प्रभारी भीम राज शर्मा का कहना है कि मशीन बाजार तक कैसे पहुंची इसकी एक एक परत खोली जाएगी। मामले की तह तक जाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें सीआइए की टीमों का भी सहयोग लिया जा रहा है।


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