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बाजार और शहर में मास्क के लिए डस्टबिन तक नहीं

मास्क पहनना आज अनिवार्य है। लोगों ने इसको अपनी आदत में भी लाना शुरू कर दिया है। प्रशासन और पुलिस की सख्ताई के बाद मास्क की मांग भी बढ़ी है। इसके दूसरी तरफ शहर में यूज मास्क डालने को लेकर एक डस्टबीन तक नहीं लगाया जा सका है। बाजार और मुख्य मार्केटों में मास्क जगह-जगह खुले में पड़े हैं। प्रशासन या नगर परिषद का शहर में डस्टबीन लगाने की तरफ कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में बरसात के दिनों में मास्क को लेकर अनदेखी भारी पड़ सकती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 08:10 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 08:10 AM (IST)
बाजार और शहर में मास्क के लिए डस्टबिन तक नहीं
बाजार और शहर में मास्क के लिए डस्टबिन तक नहीं

जगमहेंद्र सरोहा, कुरुक्षेत्र : मास्क पहनना आज अनिवार्य है। लोगों ने इसको अपनी आदत में भी लाना शुरू कर दिया है। प्रशासन और पुलिस की सख्ताई के बाद मास्क की मांग भी बढ़ी है। इसके दूसरी तरफ शहर में यूज मास्क डालने को लेकर एक डस्टबिन तक नहीं लगाया जा सका है। बाजार और मुख्य मार्केटों में मास्क जगह-जगह खुले में पड़े हैं। प्रशासन या नगर परिषद का शहर में डस्टबिन लगाने की तरफ कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में बरसात के दिनों में मास्क को लेकर अनदेखी भारी पड़ सकती है।

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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के पहले दिन से ही मास्क लगाने के आदेश कर दिए थे। पिछले दिनों ही इसको न लगाने वालों पर 500 रुपये जुर्माना भी तय कर दिया था। दैनिक जागरण ने शनिवार को शहर के कई स्थानों की पड़ताल की तो हर जगह मास्क सड़क पर या कूड़े में मिले। मालामाल : पुलिस ने 1363 चालान किए

पुलिस ने आदेश आते ही डीएसपी और एसएचओ को मास्क न पहनने वालों के चालान करने के आदेश दिए थे। इसके लिए बुक भी तैयार की है। गत दिनों पुलिस ने जागरूकता के लिए एक अभियान भी चलाया था। इसका नतीजा यह रहा कि लोग मास्क पहनकर घरों से बाहर निकलने लगे। इन सबके बीच भी पुलिस ने 1363 चालान मास्क न पहनने वालों के अब तक कर दिए हैं। 500 रुपये के हिसाब से 6,81,500 रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। मोबाइल की कॉलर ट्यून में भी संदेश

किसी को फोन करते हैं तो कॉलर ट्यून में भी मास्क लगाने का संदेश दिया जाता है। लोगों में इसको सुनकर भी जागरूकता आ रही है, लेकिन प्रशासन या संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाने में अभी पीछे रह रहा है। शहर में अब तक एक भी डस्टबिन यूज मास्क के लिए नहीं लगाया गया है। जबकि प्रशासन ने इसके दावे किए थे। एक कंपनी को यूज मास्क नष्ट करने का ठेका भी दिया गया है।

बरसात के दिनों में बढ़ेगी दिक्कत

सड़क किनारे और कूड़े में पड़े मास्क से अब तक शायद ही किसी को दिक्कत हुई हो, लेकिन अगले दो-तीन दिन में मानसून आ जाएगी। बारिश में खुले में पड़ा मास्क परेशानी पैदा कर सकता है।

यूज मास्क का नष्ट करना जरूरी

कृष्णा नगर गामड़ी शहरी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. प्रदीप ने बताया कि मास्क कोरोना व संक्रमण से फैलने वाली दूसरी बीमारियों से बचने के लिए बहुत जरूरी है। मास्क लगे होने पर वैक्टीरिया शरीर में दाखिल नहीं हो पाते। व्यक्ति के मास्क यूज करते समय उस पर कई तरह के कीटाणु लग जाते हैं। ऐसे में उसका खुले में फेंकना खतरनाक होता है।

नगर परिषद में वेस्ट मास्क का बॉक्स लगा दिया है। कंटेनमेंट जोन के टिप्परों से यूज मास्क लाया जाता है। ये मास्क बायो मेडिकल वेस्ट उठाने वाली कंपनी को दिए जाते हैं। कंपनी अपने स्तर पर इनको नष्ट करती है। बाजार में खुले में मास्क फेंकना भी अपराध है।

मिहां सिंह, एक्सईएन, नगर परिषद।


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