इनामी बदमाश को उत्तर प्रदेश से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई पुलिस
पुलिस की अपराध शाखा-एक गाड़ी चोरी करने के इनामी बदमाश को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से प्रोडक्शन वारंट पर ले आई है। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अदालत ने आरोपित को भगोड़ा घोषित कर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पुलिस की अपराध शाखा-एक गाड़ी चोरी करने के इनामी बदमाश को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से प्रोडक्शन वारंट पर ले आई है। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अदालत ने आरोपित को भगोड़ा घोषित कर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
एसपी आस्था मोदी ने बताया कि पांच दिसंबर 2015 को सेक्टर 13 निवासी सुरेंद्र कुमार ने थाना शहर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पास कंपनी की गाड़ी थी। जिसको वह घर की पार्किंग में खड़ा करता था। चार दिसंबर 2015 की रात को कोई अज्ञात व्यक्ति उसकी कंपनी की गाड़ी का उसके घर पार्किंग से चोरी कर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच आरंभ की। पुलिस की लंबी जांच के बाद भी जब आरोपित का पता नहीं चला तो थाना शहर पुलिस ने फाइल को बंद कर दिया था और जांच पुलिस की अपराध शाखा-1 को भेज दी। पुलिस की अपराध शाखा एक ने जांच को आगे बढ़ाते हुए 17 अगस्त 2016 को आरोपित मुजफ्फरनगर निवासी वकील अहमद व इश्तखार को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि इन वारदातों में वह अन्य साथियों मुजफ्फरनगर सरफराज व प्रवेश उर्फ समीर पुत्र भी शामिल थे। बाद में मामले की जांच थाना शहर के एएसआइ विनोद कुमार को सौंपी गई। मामले में वांछित आरोपित सरफराज को 23 अक्टूबर 2017 को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया गया। इस वारदात के इलावा उन्होंने चोरी की कई वारदातें कबूली की थी। आरोपितों का साथी प्रवेश उर्फ समीर उत्तर प्रदेश फरार चल रहा था। पुलिस की अपराध शाखा-एक प्रभारी निरीक्षक गुरविद्र सिंह के नेतृत्व में मुख्य सिपाही गुरबक्श सिंह मुजफ्फरनगर पुलिस ने सूचना दी कि पुलिस ने हत्या के प्रसास के मामले में प्रवेश उर्फ समीर को गिरफ्तार किया है। सूचना के आधार पर निरीक्षक गुरविद्र सिंह ने एसआइ वीरेंद्र सिंह, रमेश कुमार, मुख्य सिपाही गुरबक्स सिंह व सिपाही अनिरुद्ध कुमार की टीम को आरोपित को लाने का जिम्मा सौंपा गया। अदालत से आरोपित का प्रोडक्शन वारंट जारी कराया, जिनकी सहायता के लिए एसआइ जगदीश चंद को लगाया गया। पुलिस की टीम ने आरोपित को अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।