लड़की का सहारा लेकर युवकों को लूटने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे
फोटो संख्या : 21 -गिरफ्तार पांच आरोपियों में दो महिलाएं, एक महिला सिक्किम की -सभी आरोप
फोटो संख्या : 21
-गिरफ्तार पांच आरोपियों में दो महिलाएं, एक महिला सिक्किम की
-सभी आरोपी युवक कैथल जिले के, मुख्य आरोपी फरार
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
लड़की का सहारा लेकर युवकों को ठगने और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गिरोह में दो महिलाएं और तीन युवक पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। इस गिरोह की एक महिला ने एक युवक को झांसे में लेकर सुनसान रोड पर ले जाकर अपने बाकी के साथियों समेत मिलकर उसके जेवरात, नगदी व 12 लाख रुपये के चेक पर साइन करा छीन लिए थे। युवक की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को धर दबोचा। पकड़ आरोपियों में एक महिला सिक्किम की रहने वाली हैं जबकि सभी युवक कैथल जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने सभी को अदालत में पेश किया जहां से दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया गया जबकि बाकी तीन आरोपियों को पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है।
ऐसे बिछाया था हनी ट्रैप
अपराध शाखा एक के निरीक्षक सतीश कुमार खुलासा किया कि कैसे आरोपियों ने हनी ट्रैप बिछाया था। उन्होंने बताया कि गीता कॉलोनी निवासी अमन जोशी 11 फरवरी को शिकायत की थी कि दुकान गीता कॉलोनी में ही है। दीदार नगर की लता उसकी दुकान पर आई, जिसने उसकी मुलाकात सिक्किम निवासी माया से कराई। माया ने उसी दिन पिहोवा अपने आफिस में किसी काम से जाने की बात कहते हुए अमन को साथ चलने के लिए कहा। अमन ने माया को कार में लिफ्ट दे दी, लेकिन कुछ दूर चलते ही माया ने उसे कार नरकातारी रोड पर लेने के लिए कहा और दूसरी तरफ किसी को फोन करके नरकातारी मोड़ पर मिलने को कहा। इसके बाद नरकातारी रोड पर कार रोकने के लिए कहा, जैसे ही उसने कार रोकी वहां पहले से जिला कैथल के गांव ट्योंठा निवासी नवीन, कैथल के गांव मुंदड़ी निवासी बलराज व कैथल के गांव कमालपुर निवासी वेद प्रकाश खड़े थे। उन्होंने उस लड़की को कार में से उतार दिया और कार की चाबी निकाल ली। अमन ने बताया कि तीनों युवकों ने उससे दो सोने की अंगूठी, एक गले की चेन, सोने लॉकेट, एक हाथ में पहनने की चेन, मोबाइल फोन छीन लिया। तीनों कार इधर से उधर घुमाते रहे और 10 लाख रुपये देने के लिए धमकाया। उसने अपनी गाडी में रखा बिना नाम का 12 लाख रुपये का चेक उन्हें दे दिया। उन्होंने उसके एटीएम लेकर उनके कोड पूछ लिए और ब्रह्मसरोवर के पास उतारकर चले गए। उसने घर पहुंचकर घर वालों को सारी बात बताई तथा पुलिस को सूचना दी।
चारों निकले स्कूली दोस्त
वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपी एक ही स्कूल में पढ़ते थे। 12वीं करने के बाद वे सब अलग-अलग अपना काम करने लगे थे, लेकिन एक दिन मुख्य आरोपी जिला कैथल गांव निवासी पवन की मुलाकात अन्य तीनों से हुई और उन्होंने हनी ट्रैप बिछाकर लूटने की प्ला¨नग बनाई। इनमें से मुख्य आरोपी पवन अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों आरोपी पहली बार इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस रिकॉर्ड में तीनों का कहीं कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। हालांकि पुलिस पवन का किसी दूसरी घटना के मामले में संलिप्त होने या नहीं होने की बात का खुलासा नहीं कर रही है।
सिक्किम से आई लड़की रह रही थी दूसरी महिला के साथ
दीदार नगर निवासी लता ने अमन से जिस लड़की से मिलवाया था वह सिक्किम की रहने वाली है। लता अपने पति से अलग रह रही थी और सिक्किम निवासी माया भी उसी के साथ रहती थी। लता का दो वर्ष का बच्चा भी है। माया के बारे में अभी पुलिस पूरा खुलासा नहीं कर रही है कि वह लता से कैसे मिली और उसने अपने घर में क्यों रखा हुआ था।
ये रहे टीम में शामिल
अपराध शाखा एक प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार, एएसआइ सतनारायण, एएसआइ विरेंद्र, एएसआइ शरणजीत, एएसआइ राजेश, सिपाही ललित, सिपाही हरप्रीत, महिला सिपाही सोनिया, महिला सिपाही संजना की टीम ने मामले की पड़ताल की और आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर तीन आरोपियों को अर्जुन चौक कुरुक्षेत्र गिरफ्तार किया। आरोपियों से दो सोने की अंगूठी, एक गले की चेन लॉकेट, एक हाथ में पहना ब्रेसलेट, मोबाइल फोन तथा वारदात में प्रयोग किये गये मोबाइल फोन भी बरामद किए गये हैं।