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एक हफ्ते बाद छंटा स्मॉग, आई राहत की सांस

सोमवार को लोगों ने खुलकर हवा में सांस ली। कई दिनों बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स सामान्य के नजदीक 122 पहुंचा जिसके बाद स्मॉग से लोगों को राहत मिली।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 07:41 PM (IST)
एक हफ्ते बाद छंटा स्मॉग, आई राहत की सांस
एक हफ्ते बाद छंटा स्मॉग, आई राहत की सांस

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र

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सोमवार को लोगों ने खुलकर हवा में सांस ली। कई दिनों बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स सामान्य के नजदीक 122 पहुंचा, जिसके बाद स्मॉग से लोगों को राहत मिली। स्मॉग के बाद सांस के मरीजों के लिए यह बड़ी राहत है, क्योंकि स्मॉग से प्रभावित होकर सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की तादाद दिन पर दिन बढ़ती जा रही थी। मौसम विभाग भी अच्छे आसार दिखा रहा है। सात व आठ नवंबर को बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके बाद मौसम और साफ हो जाएगा। न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले एक सप्ताह में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से नीचे नहीं आया

पार्टिकुलेट मैटर 2.5 अगर 100 पर आ जाता है तो वहां की हवा को सांस लेने के लिए सुरक्षित बताया जाता है। मगर अक्टूबर में 10 अक्टूबर के बाद जैसे-जैसे प्रदेश में धान की कटाई होने लगी तो एयर क्वालिटी इंडेक्स बिगड़ता चला गया। दिवाली के बाद हवा और खराब होती चली गई। पिछले एक सप्ताह से आसमान पर छाए स्मॉग की वजह से लोग खुले में सांस लेने से भी डर रहे थे। एयर क्वालिटी 300 से नीचे ही नहीं रही थी। मगर सोमवार को जब शहर के ऊपर से स्मॉग के बादल छंट गए तब लोगों को राहत मिली। जबकि इसके कारण लोग गले में खराश, दर्द और सांस की समस्या को लेकर सरकारी व निजी अस्पतालों में पहुंच रहे थे। संवेदनशील समूहों के लिए अस्वास्थ्यकर

ग्राफ में 100 से ऊपर पार्टिकुलेट मैटर को अनहेल्दी बताया जाता है। आम जनता के प्रभावित होने की संभावना नहीं है। सक्रिय बच्चों और वयस्कों, अस्थमा जैसे श्वसन रोग वाले लोगों को लंबे समय तक बाहरी परिश्रम को सीमित करना चाहिए।


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