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सी-आर्म मशीन खराब 20 दिन से खराब, रेफरल सेंटर बना एलएनजेपी

कूल्हे व टांग की हड्डी में फ्रैक्चर आने वाले मरीजों को दूसरे जिलों के सिविल अस्पतालों की दूरी नापनी पड़ रही है। सी-आर्म मशीन खराब होने के चलते सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल से चार मरीजों को दूसरे जिलों में रेफर किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 07:10 AM (IST)
सी-आर्म मशीन खराब 20 दिन से खराब, रेफरल सेंटर बना एलएनजेपी
सी-आर्म मशीन खराब 20 दिन से खराब, रेफरल सेंटर बना एलएनजेपी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कूल्हे व टांग की हड्डी में फ्रैक्चर आने वाले मरीजों को दूसरे जिलों के सिविल अस्पतालों की दूरी नापनी पड़ रही है। सी-आर्म मशीन खराब होने के चलते सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल से चार मरीजों को दूसरे जिलों में रेफर किया गया। दोपहर 12 बजे इन मरीजों और उनके स्वजन परेशान होकर यहां वहां फोन घुमाते दिखाई दिए। इनमें से तीन मरीजों को करनाल और एक मरीज को अंबाला के सिविल अस्पताल में रेफर किया गया है। मशीन पिछले 15 से 20 दिनों से खराब है। टांग में रॉड डालने और कूल्हे के ऑपरेशन में सी-आर्म मशीन का अहम रोल रहता है।

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दो दिन पहले टूटी थी हड्डी : कश्मीरी लाल

ठोल निवासी 86 वर्षीय कश्मीरी लाल ने बताया कि दो दिन पहले वे बाथरूम में फिसल गए थे, जिसके बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल लाया गया। मगर यहां चिकित्सक ने बताया कि उनका आपरेशन यहां नहीं हो सकता, क्योंकि आपरेशन के जरूरी मशीन खराब है। आपरेशन के लिए उन्हें अंबाला रेफर किया गया है। करनाल किया गया रेफर

रोशन ने बताया कि उनका भाई दर्शन अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था। कुवि थर्ड गेट और सैकेंड गेट के नजदीक उसकी मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में उसकी टांग पर चोट आई, जिसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल लाया गया। मगर चिकित्सक ने उनके भाई को तुरंत करनाल जाकर आपरेशन कराने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि मशीन खराब होने की वजह से रेफर किया गया है। नई मशीन की डिमांड की गई : एमएस

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लज्जा राम ने बताया कि आज ही उनके पास डिमांड आई है। उन्होंने तुरंत पंचकूला इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज से संपर्क किया और पूरी परिस्थिति से वाकिफ कराया। प्रयास किया जा रहा है कि किसी दूसरे जिले में अगर अतिरिक्त मशीन है तो उसे यहां लाया जाए। अगर कहीं से चालू हालत में अतिरिक्त मशीन मिल जाती है तो उसे दो या तीन दिन में यहां लाया जाएगा। जबकि नहीं मिलने की स्थिति में नई मशीन की डिमांड कर दी गई है। नई मशीन आने की प्रक्रिया में जितना समय लगता है उसे पूरा कर दिया जाएगा।


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