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गत वर्ष के मुकाबले 78 हजार मीट्रिक टन कम पहुंचा धान

गत वर्ष के मुकाबले इस साल जिला भर की अनाज मंडियों में 78 हजार मीट्रिक टन धान कम पहुंचा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 07:00 AM (IST)
गत वर्ष के मुकाबले 78 हजार मीट्रिक टन कम पहुंचा धान
गत वर्ष के मुकाबले 78 हजार मीट्रिक टन कम पहुंचा धान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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गत वर्ष के मुकाबले इस साल जिला भर की अनाज मंडियों में 78 हजार मीट्रिक टन धान कम पहुंचा है। पिछले साल जहां 22 अक्टूबर तक जिला भर की अनाज मंडियों से 10 लाख मीट्रिक टन करीब धान की खरीद का कार्य पूरा कर लिया गया था, इस साल 9.22 लाख मीट्रिक टन की ही खरीद हो पाई है। इतना ही पिछले इन दिनों में अनाज मंडियों की धान आवक भी नाम मात्र रह गई थी। इस बार अभी तक भी 20 हजार मीट्रिक टन के करीब आवक रोजाना चल रही है।

जिला भर में एक लाख 12 हजार हेक्टेयर में धान लगाई गई थी। इस धान की खरीद के लिए 17 अनाज मंडी व खरीद केंद्र बनाए गए है। जिला भर में सभी खरीद केंद्रों पर प्रदेश सरकार की ओर से 27 सितंबर से खरीद शुरू कर दी गई थी। 27 सितंबर से खरीद शुरू होने पर आढ़तियों की हड़ताल के चलते कई दिन बाद करीब एक अक्टूबर को खरीद सुचारू हो पाई। इस देरी से खरीद शुरू होने का असर धान के सीजन पर साफ दिख रहा है। ऐसे में 24 अक्टूबर तक भी अनाज मंडियों में धान की आवक चल रही है। खरीद में तेजी के दावे के बावजूद 22 अक्टूबर तक खरीद एजेंसियों की ओर से 9.22 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है, जबकि गत वर्ष इस दिन तक 10 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का कार्य पूरा कर लिया गया था।

इन मंडियों में अच्छी है आवक

कुरुक्षेत्र नई अनाज मंडी 1.62 लाख मीट्रिक टन

पिहोवा अनाज मंडी में 1.55 लाख मीट्रिक टन

शाहाबाद अनाज मंडी में 1.39 लाख मीट्रिक टन

लाडवा अनाज मंडी में 1.26 लाख मीट्रिक टन

इस्माईलाबाद में 1.22 लाख मीट्रिक टन

देरी से शुरू हो पाई थी खरीद

थानेसर की नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान दयाल चंद ने कहा कि इस बार सरकारी खरीद देरी से शुरू हो पाई थी। शुरुआत में आढ़तियों और राइस मिलर्स की हड़ताल के चलते देरी हुई। इसके बाद पोर्टल की खामी से खरीद कार्य गति नहीं पकड़ पाया है। इसी के चलते खरीद में पिछले साल के मुकाबले पीछे चल रहे हैं।


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