आयुष्मान भारत योजना के नाम पर चल रहा खेल, गोल्डन कार्ड बनवाना है तो ये तरीका अपनाएं
आयुष्मान भारत योजना में पंजीकरण कर गोल्डन कार्ड बनवाने के नाम पर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खेल चल रहा है। कई वेबसाइट लोगों को भ्रमित कर डाटा एकत्र कर रही हैं।
जेएनएन, कुरुक्षेत्र। आयुष्मान भारत योजना में पंजीकरण कर गोल्डन कार्ड बनवाने के नाम पर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खेल चल रहा है। कई वेबसाइट लोगों को भ्रमित कर डाटा एकत्र कर रही हैं। कुछ साइट्स ने तो रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि भी दर्शा दी है, जबकि सरकार ने अब तक कोई अंतिम तिथि जारी नहीं की। वहीं इसको लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी ने एक एडवाइजरी जारी कर दी है। इस एडवाइजरी में 130 से ज्यादा साइट्स और एप पर लोगों को रजिस्ट्रेशन नहीं करने की सलाह दी गई है।
इस पर जाकर देख सकते हैं आपका गोल्डन कार्ड बन सकता है या नहीं
आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना अधिकारी उज्वल वर्मा ने बताया कि https // mera.pmjay.gov.in पर जाकर कोई भी व्यक्ति जान सकता है कि गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए सूची में उसका नाम है या नहीं। इसके लिए उसे साइट पर जाकर मोबाइल नंबर डालना होगा। ओटीपी नंबर आने के बाद नाम या राशन कार्ड नंबर से सर्च कर सकते हैं। यह सब भरने के बाद सूची में नाम होने की जानकारी आ जाएगी इसके बाद एक 24 डिजिट का नंबर प्राप्त होगा, जिसे आयुष्मान मित्र को दिखाना होगा। जिसके बाद गोल्डन कार्ड बन सकेगा।
70 हजार परिवारों के साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग लाभार्थी
उपसिविल सर्जन डॉ. एनपी ङ्क्षसह ने बताया कि जिले भर में 70 हजार परिवारों के साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग इस योजना में आए हैं। इन लोगों के गोल्डन कार्ड जिला सिविल अस्पताल में बनाया जा रहा है। निजी अस्पतालों में भी आयुष्मान मित्र गोल्डन कार्ड बना रहे हैं। अटल सेवा केंद्रों पर भी जाकर यह कार्ड बनवाया जा सकता है। इसके लिए कोई पंजीकरण नहीं कराना होता।
बिना जांच के पंजीकरण न कराएं
जिला पुलिस के आइटी इंचार्ज देवसुख नवीन ने बताया कि किसी भी साइट पर जाकर पंजीकरण कराने से पहले यह जांच कर लें कि वह सही साइट है या नहीं। ऐसी किसी भी साइट पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें, जिसका दुरुपयोग किया जा सके। ङ्क्षलक के जरिए कुछ साइट डाटा एकत्रित करती हैं, जो परेशानी का कारण भी बन सकती है।