महाशिवरात्रि पर हर की पौड़ी का गंगा जल पहुंचा धर्मनगरी, भक्तों ने भोले बाबा का किया जलाभिषेक
अब तक आपने सुना होगा कि किसी श्रद्धालु ने कई कठिनाइयों से गुजरकर कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा करने के बाद शिव का गंगाजल से जलाभिषेक किया। मगर इस बार खुद हर की पौड़ी का गंगाजल श्रद्धालुओं के पास धर्मनगरी में ही पहुंचने लगा है। वह भी एक स्टॉल पर।
विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र :
अब तक आपने सुना होगा कि किसी श्रद्धालु ने कई कठिनाइयों से गुजरकर कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा करने के बाद शिव का गंगाजल से जलाभिषेक किया। मगर इस बार खुद हर की पौड़ी का गंगाजल श्रद्धालुओं के पास धर्मनगरी में ही पहुंचने लगा है। वह भी एक स्टॉल पर। जहां से श्रद्धालुओं ने गंगाजल लेकर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनका अभिषेक किया। हरिद्वार या गोमुख बिना जाए वहां के गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करके श्रद्धालु भी खूब अविभूत हो गए। श्रद्धालुओं को गंगाजल के लिए न तो सैकड़ों किलोमीटर पैदल यात्रा करनी पड़ी और न ही कड़ी मुश्किलों से गुजरना पड़ा। मंदिर के बाहर लगे स्टॉल से पैक्ड गंगाजल खरीदा और उससे भगवान शिव का जलाभिषेक कर दिया। इस व्यवस्था ने भगवान शिव का अभिषेक करने वाले बहुत से श्रद्धालुओं की मन की कामना भी पूर्ण कर दी।
दरअसल दुखभंजन महादेव मंदिर के बाहर फूल, बेलपत्र, भांग और धतूरे के साथ इस बार हर की पौड़ी का पैक्ड गंगाजल का स्टॉल भी लगा। श्रद्धालुओं ने फल फूल और दूसरे चढ़ाए जा रहे श्रृंगार के साथ हर की पौड़ी का गंगाजल भी चढ़ाया। स्टॉल संचालक जितेंद्र ने बताया कि विशेष तौर पर वे हर की पौड़ी का पैक्ड गंगाजल लेकर आए हैं। बहुत से श्रद्धालुओं के मन में यह धारणा होती है कि वे हरिद्वार या गोमुख जाकर वहां से गंगाजल लेकर आएं और उससे शिवरात्रि या महाशिवरात्रि पर शिवलिग का जलाभिषेक करें। मगर हर बार कोई न कोई अड़चन, खराब स्वास्थ्य या किसी और परेशानी की वजह से वे वहां पर न तो जा पाते और न ही उनकी मनोकामना पूर्ण हो पाती। ऐसे ही श्रद्धालुओं की आस्था को पूरा करने के लिए इस बार दुखभंजन महादेव मंदिर के बाहर स्टॉल लगाया गया है। जितेंद्र ने बताया कि गंगाजल की 100 ग्राम की पैकिग 15 रुपये और 20 रुपये की है। इसके अलावा एक लीटर की पैकिग भी है जिसका दाम 100 रुपये है। यह गंगाजल पूरी तरह से पैक्ड है और प्यूरीफाई किया हुआ है, जिसे पिया भी जा सकता है।